महाराष्ट्र सरकार में कलह! कांग्रेस ने संजय राउत को दी उनके मामले में दखल न देने की सलाह

Edited By vasudha,Updated: 28 Mar, 2021 10:13 AM

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महाराष्ट्र की सरकार के उपर एक बार फिर संकट के बादल मंडराते दिखाई दे रहे हैं। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के एक पत्र के बाद से ही महाविकास अघाड़ी में आतंरिक कलह की खबरें सामने आ रही है। इसी बीच महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले...

नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र की सरकार के उपर एक बार फिर संकट के बादल मंडराते दिखाई दे रहे  हैं।  मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के एक पत्र के बाद से ही महाविकास अघाड़ी में आतंरिक कलह की खबरें सामने आ रही है। इसी बीच महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले के एक बयान ने अटकलों को और हवा दे दी है। कांग्रेस नेता का आरोप है कि 'संजय राउत एनसीपी चीफ शरद पवार के प्रवक्ता बन गए हैं।

 

शिवसेना यूपीए का हिस्सा नहीं हैं : कांग्रेस
नाना पटोले की यह प्रतिक्रिया  राउत के उस बयान पर आई है, जिसमें उन्‍होंने कहा था कि पवार को यूपीए का अध्‍यक्ष होना चाहिए।  शिवसेना के नेता संजय राउत ने हाल ही में कहा था कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन अब लकवाग्रस्त हो गया है इसलिए शरद पवार जैसे एक गैर कांग्रेसी नेता को गठबंधन का प्रमुख बनाया जाना चाहिए।  कांग्रेस नेता का कहना है कि शिवसेना यूपीए का हिस्सा नहीं हैं इसलिए उन्हें इस तरह का बयान देने का कोई अधिकार नहीं है।'


राउत को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए: सचिन सावंत
नाना पटोले ने संजय राउत के बयान का विरोध करते हुए वह इस तरह की बयानबाजी को स्वीकार नहीं करेंगे और इस मुद्दे पर सीएम उद्धव ठाकरे से भी  मुलाकात करेंगे। उनसे पहले महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा था कि शिवसेना संप्रग का हिस्सा भी नहीं है। अगर वह संप्रग का हिस्सा होती तो समझ में आता, राउत को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए।


क्या कहा था राउत ने ?
याद हो कि दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए संजय राउत ने शरद पवार को यूपीए का अध्यक्ष बनाने का सुझाव दिया था। उन्होंने कहा था कि संप्रग को लकवा जैसा मार गया है। इसलिए शरद पवार को राष्ट्रीय स्तर पर इसका नेतृत्व संभालना चाहिए, उनकी लीडरशिप सभी को स्वीकार्य है।शिवसेना नेता ने  ये भी कहा था कि देश में कई ऐसी पार्टियां हैं, जो न ही एनडीए का हिस्सा हैं और न ही यूपीए का,  ऐसी पार्टियों को यूपीए में शामिल किया जाना चाहिए।

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