Edited By Seema Sharma,Updated: 25 Nov, 2019 09:55 AM
महाराष्ट्र की राजनीति पर सुप्रीम कोर्ट में सोमवार सुनवाई होनी है, उससे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार को मनाने की कोशिश में है ताकि उसे अपने खेमे में लाया जा सके। एनसीपी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल आज...
मुंबईः महाराष्ट्र की राजनीति पर सुप्रीम कोर्ट में सोमवार सुनवाई होनी है, उससे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार को मनाने की कोशिश में है ताकि उसे अपने खेमे में लाया जा सके। एनसीपी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल आज सुबह अजित पवार से मुलाकात करने पहुंचे। वहीं इससे पले रविवार को भी एनसीपी नेता दिलीप वालसे पाटील, सुनील तटकरे और हसन मुश्रीफ ने अजित से मुलाकात की थी और पार्टी में वापिस लौटने की अपील की थी लेकिन अजित नहीं माने और कहा कि भाजपा के साथ जाना ही एनसीपी के लिए सही होगा।
दूसरी तरफ शरद पवार खेमे का कहना है कि उनके समर्थन में 54 में 53 विधायक हैं यानि कि अब अजित पवार अकेले पड़ गए हैं। एनसीपी का आरोप है कि ये सभी विधायक भाजपा के कब्जे में थे जो वापिस आ गए। उधर कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना ने अपने-अपने विधायकों को होटलों में ठहराया हुआ है। होटल की घेराबंदी की गई है और वहां से किसी विधायक को बाहर जाने की अनुमति नहीं है।