Edited By Seema Sharma,Updated: 23 Nov, 2019 11:02 AM
महाराष्ट्र में शनिवार तड़के 5 बजकर 47 मिनट पर राष्ट्रपति शासन हटाए जाने के बाद भाजपा-राकांपा सरकार ने प्रभार संभाला। गृह मंत्रालय की एक अधिसूचना के अनुसार, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार सुबह राष्ट्रपति शासन को समाप्त करने की घोषणा की। इस आशय का...
नई दिल्ली/महाराष्ट्र: महाराष्ट्र में शनिवार तड़के 5 बजकर 47 मिनट पर राष्ट्रपति शासन हटाए जाने के बाद भाजपा-राकांपा सरकार ने प्रभार संभाला। गृह मंत्रालय की एक अधिसूचना के अनुसार, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार सुबह राष्ट्रपति शासन को समाप्त करने की घोषणा की। इस आशय का राज-पत्र केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने सुबह 5 बजकर 47 मिनट पर जारी किया। कोविंद द्वारा हस्ताक्षरित राज-पत्र के अनुसार, ‘‘संविधान के अनुच्छेद 356 के खंड (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों के अनुसार, मैं भारत का राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, मेरे द्वारा 12 नवंबर 2019 को महाराष्ट्र राज्य के संबंध में की गई घोषणा को निरस्त करता हूं, जो 23 नवंबर 2019 से प्रभावी है।
राष्ट्रपति शासन हटने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के देवेंद्र फड़णवीस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अजित पवार ने महाराष्ट्र के क्रमश: मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के 18 दिन बाद भी कोई राजनीतिक हल नहीं निकल सकने की स्थिति में 12 नवंबर को राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था। महाराष्ट्र में हुए इस बड़े सियासी उलटफेर के बारे में किसी को भनक तक नहीं लगी।
शिवसेना जहां अपनी सरकार बनाने की तैयारियों में जुटी हुई थी वहीं भाजपा ने एक पल में सारा खेल ही पलट कर रख दिया। जहां शुक्रवार शाम तक शिवसेना नेता संजय राउत उद्धव ठाकरे के सीएम बनने की संभावनाएं जता रहे थे। मीडिया में भी ऐसी चर्चाएं थीं कि शिवसेना नेता शनिवार को राज्यपाल से प्रदेश में लगे राष्ट्रपति शासन हटाने की मांग कर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे लेकिन भाजपा ने अपनी पूर्व सहयोगी पार्टी शिवसेना के खिलाफ ऐसा राजनीतिक दांव चला कि उसके हाथ कुछ नहीं आया।