Edited By Seema Sharma,Updated: 05 Jul, 2022 02:01 PM
डॉक्यूमेंट्री ‘काली'' के पोस्टर पर देवी को धूम्रपान करते और LGBTQ का झंडा थामे दिखाए जाने को लेकर विवाद मचा हुआ है। डॉक्यूमेंट्री ‘काली'' के पोस्टर पर अब टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
नेशनल डेस्क: डॉक्यूमेंट्री ‘काली' के पोस्टर पर देवी को धूम्रपान करते और LGBTQ का झंडा थामे दिखाए जाने को लेकर विवाद मचा हुआ है। डॉक्यूमेंट्री ‘काली' के पोस्टर पर अब टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। महुआ मोइत्रा ने डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'काली' के पोस्टर का बचाव करते हुए कहा कि मुझे इसमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं लगा। मोइत्रा ने कहा कि ''काली के कई रूप हैं. मेरे लिए काली का मतलब मांस, प्रेमी और शराब स्वीकार करने वाली देवी है।
मोइत्रा ने कहा कि मुझे इसे लेकर कोई परेशानी नहीं है। टीएमसी सांसद ने आगे कहा कि आप अपने भगवान को कैसे देखते हैं, अगर आप भूटान और सिक्किम जाओ तो वहां सुबह पूजा में भगवान को व्हिस्की चढ़ाई जाती है, लेकिन यही आप उत्तर प्रदेश में किसी को प्रसाद में दे दो तो उसकी भावना आहत हो सकती है। मोइत्रा ने कहा कि मेरे लिए देवी काली एक मांस खाने वाली और शराब पीने वाली देवी के रूप में है। देवी काली के कई रूप हैं।
भगवान को अपने हिसाब से पूजने की आजादी
मोइत्रा ने कहा कि अगर आप तारापीठ जाएं तो वहां काली के मंदिर के पास साधू आपको स्मोकिंग करते हुए मिलेंगे और लोग ऐसी काली की पूजा भी करते हैं। हिंदू होते हुए भी मुझे मेरी काली को मेरे हिसाब से देखने की आजादी है और लोगों को भी होनी चाहिए। सांसद ने कहा कि भगवान को अपने हिसाब से पूजने की आजादी होनी चाहिए।
बता दें कि मां काली के रूप में सिगरेट पीते, एक हाथ में एलजीबीटी समुदाय का सतरंगा झंडा पकड़े जाने का वीडियो सामने आने के बाद इसका जमकर विरोध हो रहा है। ये डॉक्यूमेंट्री फिल्म फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई की है। लोग लीना मणिमेकलई की आलोचना कर रहे हैं। कई जगह लीना मणिमेकलई के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई और उसे गिरफ्तार करने की मांग की गई है।