Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jan, 2018 01:06 PM
पश्चिम बंगाल में भाजपा की लोकप्रियता को देखते हुए प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंदू कार्ड खेलना शुरू कर दिया है। ममता खुद पर लगे मुस्लिम तृष्टिकरण के आरोप को हटाने के लिए हिंदुओं में अपनी पैठ बना रही है। इसी कड़ी में टीएमसी ने पहला...
नेशनल डेस्क: पश्चिम बंगाल में भाजपा की लोकप्रियता को देखते हुए प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंदू कार्ड खेलना शुरू कर दिया है। ममता खुद पर लगे मुस्लिम तृष्टिकरण के आरोप को हटाने के लिए हिंदुओं में अपनी पैठ बना रही है। इसी कड़ी में टीएमसी ने पहला ब्राह्मण सम्मेलन किया।
हिंदुओं को लुभाने में लगी ममता: भाजपा
दरअसल तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने वीरभूम जिले के बोलपुर कस्बे में बड़े पैमाने पर ‘‘ब्राह्मण एवं पुरोहित’’ सम्मेलन का आयोजन किया। मंडल जिले और उसके आसपास के करीब 12 हजार पुजारियों को एक मंच पर साथ लाया गया। टीएमसी के अनुसार इस सम्मेलन का उद्देश्य भाजपा द्वारा हिंदू धर्म की जो गलत व्याख्या की गई है, उसे उजागर करना है। वहीं भाजपा का आरोप है कि मुस्लिम तुष्टीकरण के बाद ममता बनर्जी अब हिंदुओं को लुभाने में लगी है। भाजपा के मुताबिक, यह आयोजन इसलिए किया गया है ताकि हिंदू मतदाता भगवा दल के खेमे में ना चले जाएं।
बता दें कि इससे पहले भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि वह पार्टी के पक्ष में ‘‘हिंदू वोटों’’ को इकट्ठा नहीं होने देने के मकसद से ‘‘नरम हिंदुत्व’’ अपना रही हैं। उन्होंने कहा था कि तृणमूल कांग्रेस मुस्लिम तुष्टीकरण करती है और राज्य के कई हिस्सों में इस पर प्रतिक्रिया शुरू हो गई है।