Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Sep, 2017 11:08 PM
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने म्यांमार से विस्थापित रोहिंग्या मुसलमानों की दशा पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि वह इस मामले में ...
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने म्यांमार से विस्थापित रोहिंग्या मुसलमानों की दशा पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि वह इस मामले में मदद करने की संयुक्त राष्ट्र की अपील का समर्थन करती हैं। इस बीच नई दिल्ली से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार केन्द्र सरकार भारत में अवैध रूप से रह रहे रोङ्क्षहग्या मुसलमानों को स्वदेश भेजने के मामले में सोमवार को उ‘चतम न्यायालय में एक हलफनामा दायर करेगी।
केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रोङ्क्षहग्या मुसलमानों के बारे में केन्द्र सरकार के निर्णय की जानकारी देते हुए एक कार्यक्रम में कहा कि उच्चतम न्यायालय में केन्द्र सरकार 18 सितंबर को एक हलफनामा दायर करेगी। ममता ने एक टवीट् करते हुुए कहा कि हम रोङ्क्षहग्या मामले में संयुक्त राष्ट्र की अपील का समर्थन करते है और हमारा मानना है कि सभी आम लोग आतंकवादी नहीं हो सकते हैं।
गौरतलब है कि 25 अगस्त को एक सैन्य चौकी पर रोहिंग्या उग्रवादियों के हमले के बाद सैना ने रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ एक जोरदार अभियान चलाया था और इस हिंसात्मक कार्रवाई में रोहिंग्या समुदाय के 380,000 से अधिक लोग म्यांमार से भागकर बंगलादेश चले गए हैं। संयुक्त राष्ट्र ने भारत से इन लोगों को अपने यहां शरण देने की अपील की है लेकिन केन्द्र सरकार ने ऐसा करने से मना करते हुए कहा कि इस समुदाय के जो लोग भारत में रह रहे हैं वे अवैध प्रवासी हैं और उन्हें वापस भेजा जाएगा।