Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Sep, 2017 07:20 PM
इसके लिए राज्य के शिक्षामंत्री पार्थ चटर्जी ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि राज्य सरकार को बिना बताए या उसकी जानकारी में लाए बिना केंद्र ऐसा नहीं कर सकती
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ बिगूल फूंक दिया है। इस बार उन्होंने मुद्दा बनाया है। कॉलेज और यूनिवर्सिटीज में दिखाया जाने वाले प्रधानमंत्री मोदी के लाइव भाषण को। तृणमूल सरकार ने उन कॉलेज और यूनिवर्सिटीज को यूजीसी के निर्देश नजर अंदाज करने को कहा है, जो उसके अधिकार क्षेत्र में आते हैं।
इसके लिए राज्य के शिक्षामंत्री पार्थ चटर्जी ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि राज्य सरकार को बिना बताए या उसकी जानकारी में लाए बिना केंद्र ऐसा नहीं कर सकती।
साथ ही चटर्जी ने कहा, ‘ये शिक्षा को भगवा करने की एक कोशिश है। यूजीसी के सर्कुलर से राज्य के कॉलेज और यूनिवर्सिटी हैरान थे। उन्होंने जब हमसे संपर्क किया तो मैंने कहा कि यूजीसी के निर्देशों का पालन करना बाध्यता नहीं है।’
बता दें, यूजीसी ने देशभर की 40 हजार से ज्यादा यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को निर्देश दिए थे कि 11 सितंबर को स्वामी विवेकानंद की 125वीं वर्षगांठ पर पीएम मोदी भाषण देंगे, उसे परिसर में लाइव दिखाना है। इसमें कहा गया था कि स्कूलों में सभी बच्चों को प्रधानमंत्री मोदी के ‘न्यू इंडिया’ मिशन के तहत ‘संकल्प से सिद्धी’ तक की प्रतिज्ञा दिलवाई जाए।
इससे पहले भी केंद्रीय मानव संसाधन विकास विकास मंत्रालय ने सभी राज्यों को 7 अगस्त को पत्र लिखकर कहा था कि 9 से 30 अगस्त के बीच प्रधानमंत्री के ‘न्यू इंडिया’ विजन के तहत ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएं ‘देशभक्ति का माहौल’ बनाया जा सके। इसके जवाब में बंगाल के शिक्षामंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा था कि राज्य सरकार केंद्र के दिशानिर्देशों को मानने के लिए बाध्य नहीं है।