Edited By Yaspal,Updated: 10 Jan, 2020 09:48 PM
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनआरपी) के विरोध प्रतीक एक गीत लिखा है और इसकी धुन बनायी है...
कोलकाताः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनआरपी) के विरोध प्रतीक एक गीत लिखा है और इसकी धुन बनायी है।
‘अधिकार' शीर्षक गीत को जाने-माने गायक एवं राज्य के मंत्री इंद्रनील सेन ने स्वरबद्ध किया है। इस गीत के जरिए संदेश दिया गया है कि भारत एकता का देश है। ममता ने इसमें सीएए-एनआरसी-एनआरपी के प्रति विरोध व्यक्त किया गया है।
बनर्जी ने फेसबुक पर ‘अधिकार' गीत पोस्ट करने के साथ ही लिखा, ‘‘ यह देश एकता, सछ्वाव और एकजुटता के लिए खड़ा है। केंद्र सरकार की सीएए और एनआरसी इस देश की एकता की परंपरा के खिलाफ हैं। बंदूक, गोली या आग के जरिए नहीं , बल्कि कविता और गीतों के माध्यम से विरोध जताएं।
मैंने इस गीत के माध्यम से सीएए-एनआरसी-एनआरपी को लेकर अपना विरोध प्रकट किया है। इंद्रनील सेन ने यह गीत गाया है। जब देश अंधेरे से घिरा है, तब कलात्मक मस्तिष्क ने विरोध की भाषा को इस गीत के जरिए व्यक्त किया है।