Edited By Seema Sharma,Updated: 16 May, 2019 05:51 PM
पश्चिम बंगाल में मंगलवार को हुई हिंसा पर सख्त चुनाव आयोग ने राज्य में 19 घंटे पहले ही चुनाव प्रचार पर बैन लगाया है। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चुनाव प्रचार पर कांग्रेस, बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव समर्थन में खड़े हो गए...
कोलकाताः पश्चिम बंगाल में मंगलवार को हुई हिंसा पर सख्त चुनाव आयोग ने राज्य में 19 घंटे पहले ही चुनाव प्रचार पर बैन लगाया है। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चुनाव प्रचार पर कांग्रेस, बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव समर्थन में खड़े हो गए हैं। ममता ने कहा कि हमारी पार्टी और बंगाल के लोगों को एकजुटता और समर्थन व्यक्त करने के लिए मायावती, अखिलेश यादव, कांग्रेस, चंद्रबाबू नायडू और अन्य का आभार। ममता ने ट्वीट किया कि चुनाव आयोग ने भाजपा के इशारे पर यह सब किया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की पक्षपाती कार्रवाई लोकतंत्र पर सीधा हमला है।
ममता ने कहा कि लोग इसका मुंहतोड़ जवाब जरूर देगी। कांग्रेस ने बुधवार को प्रेंस कॉन्फ्रेंस करके चुनाव आयोग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के इशारे पर काम करने का आरोप लगते हुए कहा है कि आयोग ने पश्चिम बंगाल में मोदी की दो रैलियों के बाद जिस तरह से चुनाव प्रचार पर निर्धारित समय से 24 घंटे पहले रोक लगाकर साबित कर दिया है कि यह स्वायत संस्थान अब अपनी विश्वसनीयता खो चुका है और आयोग की नियुक्ति प्रक्रिया पर नए सिरे से विचार करने की जरुरत है।
वहीं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी(बसपा) मुखिया मायावती ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर निशाना साधा है। मायावती ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री का बचाव करते हुए कहा कि यह साफ है कि प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और उनके नेताओं के निशाने पर ममता बनर्जी हैं. उन पर हो रहा है हमला पहले से तय है। मायावती ने कहा कि यह बेहद खतरनाक और गलत व्यवहार है, जो देश के प्रधानमंत्री की मर्यादा के खिलाफ है।