Edited By vasudha,Updated: 14 Mar, 2019 06:19 PM
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने देश में ही विकसित हल्की टैंक रोधी गाइडेड मिसाइल का लगातार दूसरी बार सफल परीक्षण किया है। यह मिसाइल अत्याधुनिक और कई उन्नत तकनीकों से लैस है जिससे सेना की मारक क्षमता बढेगी। इसके साथ्र ही यह इतनी हल्की है...
नेशनल डेस्क: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने देश में ही विकसित हल्की टैंक रोधी गाइडेड मिसाइल (एमपी-एटीजीएम) का लगातार दूसरी बार सफल परीक्षण किया है। यह मिसाइल अत्याधुनिक और कई उन्नत तकनीकों से लैस है जिससे सेना की मारक क्षमता बढेगी। इसके साथ्र ही यह इतनी हल्की है कि इसे आसानी से कहीं भी लाया ले जाया जा सकता है।
मिसाइल का आज राजस्थान के रेगिस्तानी क्षेत्र में सफल परीक्षण किया गया। डीआरडीओ ने बुधवार को भी इस मिसाइल का सफल परीक्षण किया था। दोनों ही परीक्षणों में इसने सटीक निशाना साधा और निर्धारित लक्ष्यों को भेदने में कोई चूक नहीं की। वह दुर्गम क्षेत्रों में भी दुश्मन पर सटीक वार कर सकेगी।
क्या होता है एटीजीएम
- एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल को एटीजीएम के नाम से जाना जाता है।
- जो आर्मड टैंक को नष्ट करने में सक्षम होता है।
- यह मुख्यत तीन प्रकार की होती हैं।
- पहली मैन पोर्टेबल यानि इसे कंधे पर आसानी से कहीं भी ले जाया जा सकता है।
- दूसरी टैंक में माउंट मिसाइल और तीसरी हेलिकॉप्टर या लड़ाकू जहाज में माउंट मिसाइल।
- एटीजीएम मिसाइल अन्य गाइडेड मिसाइल के पैटर्न पर ही काम करती हैं।