Edited By Yaspal,Updated: 11 Sep, 2018 08:28 PM
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार प्रकट करते हुए...
नई दिल्लीः केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार प्रकट करते हुए मंगलवार को कहा कि इससे जमीनी स्तर पर काम करने वाले कार्यबल का मनोबल बढ़ेगा और कुपोषण से लडऩे में मदद मिलेगी। मेनका ने आंगनवाड़ी कायकर्ताओं और उनके सहायकों का मानदेय बढ़ाने से सेवाओं में सुधार होगा और राष्ट्रीय पोषण अभियान का लक्ष्य हासिल किया जा सकेगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, पोषण अभियान की अगुवाई करने के लिए मैं प्रधानमंत्री की आभारी हूं। वास्तव में यह उनका विचार था कि जब तक हम कुपोषण उन्मूलन के अभियान को जन आंदोलन में नहीं बदलेंगे तब तक इन प्रयासों को सीमित सफलता मिलेगी। उन्होंने कहा कि पिछले चार साल से कुपोषण के उन्मूलन के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। पहले चरण में बाल विकास योजनाओं के लाभार्थी के खाद्य पदार्थों की प्रतिदिन की लागत बढाई गयी। दूसरे चरण में आंगनवाड़यिों की आपूर्ति प्रणाली की निगरानी की गयी। तीसरे चरण में आंगनवाड़ी में लगभग एक करोड़ फर्जी लाभार्थी हटाये गये और चौथे चरण में जमीनी स्तर पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाया गया।
इसके पहले प्रधानमंत्री ने आज देशभर की आंगनवाडी, आशा और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि तीन हजार रुपए प्राप्त करने वाले आंगनवाडी कार्यकर्ता को साढ़े चार हजार रुपए मिलेंगे। इसी तरह से कार्यकर्ताओं को 2200 रुपए के स्थान पर 3500 रुपए और 1500 रुपए के स्थान 2250 रुपए दिये जाएगें। उन्होंने कहा कि कॉमन एप्लीकेशंस सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करने वाले आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को अतिरिक्त लाभ मिलेंगे। यह लाभ कामकाज के आधार पर 250 रुपए से लेकर 500 रुपए तक होंगे।
प्रधानमंत्री की इस घोषणा से आंगनवाडी कार्यकर्ताओं के मानदेय में लगभग डेढ़ गुना वृद्धि होगी। इससे कार्यकर्ताओं के मनोबल में बढ़ोतरी होगी और आपूर्ति प्रणाली में सुधार होगा और अंतिम तौर पर पोषण अभियान के लक्ष्यों को हासिल किया जा सकेगा।