Edited By shukdev,Updated: 15 May, 2019 09:58 PM
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को कुछ समय के लिए राज्यसभा से बाहर रहना पड़ सकता है क्योंकि उच्च सदन की उनकी सदस्यता जून में समाप्त हो रही है। सिंह पांच बार से उच्च सदन के सदस्य हैं और उनका मौजूदा छह साल का कार्यकाल 14 जून को पूरा हो रहा है। चुनाव...
नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को कुछ समय के लिए राज्यसभा से बाहर रहना पड़ सकता है क्योंकि उच्च सदन की उनकी सदस्यता जून में समाप्त हो रही है। सिंह पांच बार से उच्च सदन के सदस्य हैं और उनका मौजूदा छह साल का कार्यकाल 14 जून को पूरा हो रहा है। चुनाव आयोग ने असम से राज्यसभा की दो सीटों को भरने के लिए सात जून को चुनाव की घोषणा की है। एक सीट का प्रतिनिधित्व सिंह कर रहे हैं जबकि दूसरी सीट का प्रतिनिधित्व एस कुजूर कर रहे हैं। कुजूर भी कांग्रेस के ही सदस्य हैं।
असम में भाजपा सत्ता में है और कांग्रेस के पास इतनी संख्या नहीं है कि वह फिर से सिंह को राज्यसभा में भेज सके। ऐसी अटकलें हैं कि भाजपा खाली होने वाली सीटों में से एक सीट की पेशकश केंद्रीय मंत्री और लोजपा नेता रामविलास पासवान को कर सकती है। पासवान इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि अगर पार्टी मनमोहन सिंह को एक और कार्यकाल देने का फैसला करती है तो उन्हें राज्यसभा के कुछ सदस्यों के आम चुनावों में जीतने के बाद रिक्त होने वाली सीटों में से किसी एक से लाना होगा।
जुलाई में राज्यसभा की छह सीटें तमिलनाडु से खाली हो रही हैं। यदि पार्टी चाहती है तो द्रमुक वहां से सिंह को एक सीट की पेशकश कर सकती है। नहीं तो उन्हें अप्रैल 2020 तक इंतजार करना पड़ सकता है जब विभिन्न राज्यों में 55 सीटें खाली होंगी और उनमें से कुछ सीटें कांग्रेस को मिलेगी। दोनों रिक्तियों को भरने के लिए आयोग ने सात जून को चुनाव की घोषणा की है। इसके लिए 21 मई को अधिसूचना जारी की जाएगी। मतगणना उसी दिन होगी।