Edited By Monika Jamwal,Updated: 31 Jul, 2018 11:56 AM
पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुये सीआरपीएफ कर्मी नसीर को उनके पैतृक गांव में सपूर्दे खाक कर दिया गया। उनके जनाजे में सैंकड़ों की तादाद में लोग पहुंचे और शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की।
श्रीनगर : पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुये सीआरपीएफ कर्मी नसीर को उनके पैतृक गांव में सपूर्दे खाक कर दिया गया। उनके जनाजे में सैंकड़ों की तादाद में लोग पहुंचे और शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की। नसीर के परिवार के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। परविार को इस बात की यकीन नहीं हो रहा था कि अपनी फैमिली के साथ समय बिताने के लिए आए नसीर अहमद राठोर का जनाजा है।
नसीर के परिवार को जो भी सांत्वना देने की कोशिश कर रहा था उसकी आंखों से भी लगातार आंसू बह रहे थे। 183वीं बटालियन के जवान थे और श्रीनगर के पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) में तैनात थे। वह अपने घर छुट्टी पर आये हुए थे। शहीद जवान के परिवार में पत्नी और एक तीन वर्षीय बेटा है। लोगों में इस बात को लेकर भी डर बना हुआ है कि अब जवानों को उनके घर में भी आकर आतंकी गोली मार रहे हैं या फिर उन्हें घर से अगवा किया जा रहा है। गौरतलब है कि पुलवामा के त्राल में मां की अपील पर आतंकवादियों ने विशेष पुलिस अधिकारी(एसपीओ) मुदासिर अहमद लोन को रिहा कर दिया था। इससे पहले भी कश्मीर में आतंकी घर पर छुट्टी आए जवानों की हत्या कर चुके हैं।