Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Mar, 2018 07:22 PM
राजस्थान के भरतपुर जिले में शहनाज को सबसे कम उम्र में सरपंच बनने का गौरव प्राप्त हुआ। पेशे से डॉक्टर शहनाज ने 195 वोटों से जीत दर्ज कर कामां पंचायत की सरपंच चुनी गई हैं। शाहनाज उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के तीर्थंकर महावीर मेडिकल कॉलेज से MBBS अंतिम...
नेशनल डेस्क: राजस्थान के भरतपुर जिले में शहनाज को सबसे कम उम्र में सरपंच बनने का गौरव प्राप्त हुआ। पेशे से डॉक्टर शहनाज ने 195 वोटों से जीत दर्ज कर कामां पंचायत की सरपंच चुनी गई हैं। शाहनाज उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के तीर्थंकर महावीर मेडिकल कॉलेज से MBBS अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रही हैं। उन्होंने गुरुग्राम और दिल्ली से अपनी 10वीं और 12वीं की पढ़ाई पूरी है।
सरपंच बनने के बाद शहनाज ने कहा कि मुझे खुशी है कि मुझे अपने लोगों की सेवा करने का अवसर मिला है। मेरी प्राथमिकताओं में लड़कियों की शिक्षा और स्वच्छता होगी। मैं लड़कियों के लिए एक उदाहरण बनाना चाहती हूं। उनकी शिक्षा के लिए मैं हर तरीके से मदद करने की मंशा रखती हूं।
उल्लेखनीय है कि शहनाज से पहले उनके दादा कामां पंचायत के सरपंच रह चुके हैं। मगर पिछले साल कोर्ट ने उनके दादा की सरपंच बनने की अहर्ता को रद्द कर दिया था। राजस्थान में सरपंच के चुनावों में दसवीं में उतीर्ण होना आवश्यक है। उनके दादा का चुनाव रद्द होने के पीछे 10वीं का फर्जी सर्टिफिकेट असल वजह रही।
गौरतलब है कि शहनाज के परिवार के लोग सरपंच, ग्राम प्रधान, विधायक और राज्य में मंत्री तक के पदों पर रह चुके हैं। उनके दादा पिछले 55 साल तक कामां पंचायत के सरपंच रहे हैं। शहनाज के पिता ग्राम प्रधान और मां विधायक से मंत्री और संसदीय सचिव तक के पदों पर रह चुके हैं।