Edited By Seema Sharma,Updated: 22 Jun, 2022 02:01 PM
''बढ़कर अकेला तू पहल कर, देख कर तुझको काफिला खुद बन जाएगा'' ये लाइनें चेन्नई के दिव्यांग युवक गणेश मुरुगन पर पूरी तरह से सही बैठती हैं। गणेश अपनी शारीरिक कमी को अपनी कमजोरी नहीं बनाया
नेशनल डेस्क: 'बढ़कर अकेला तू पहल कर, देख कर तुझको काफिला खुद बन जाएगा' ये लाइनें चेन्नई के दिव्यांग युवक गणेश मुरुगन पर पूरी तरह से सही बैठती हैं। गणेश अपनी शारीरिक कमी को अपनी कमजोरी नहीं बनाया और न ही मौजूदा हालातों से समझौता कर घर बैठे। गणेश ने अपनी दिव्यांगता को अपनी ताकत बनाया और आज वे आत्मनिर्भर हैं। दिव्यांग गणेश देश के ऐसे पहले डिलीवरी ब्वॉय हैं जो कि शहर में व्हीलचेयर पर सफर करके फूड पार्सल लोगों के घर पहुंचाते हैं। छत्तीसगढ़ के IPS ऑफिसर दीपांशु काबरा ने गणेश की तस्वीर अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर की।
ऑफिसर दीपांशु काबरा ने फोटो के साथ कैप्शन में लिखा- मिलिए भारत के पहले व्हीलचेयर फूड डिलीवरी ब्वॉय गणेश मुरुगन से। वे अपनी व्हीलचेयर पर फ़ूड डिलीवरी करते हैं। चेन्नई के दिव्यांग गणेश मुरुगन ने परिस्थितियों से समझौता किए बगैर रास्ता निकाला और आत्मनिर्भरता की राह थामी, वे उन सभी के लिए प्रेरणा हैं जो मुसीबतों से लड़ने की जगह झुक जाते हैं। ऑफिसर दीपांशु काबरा ने अन्य ट्वीट में लिखा कि गणेश की इस खास व्हीलचेयर IIT मद्रास में एक स्टार्ट-अप द्वारा डिजाइन किया गया है।
टू-इन-वन मोटर चालित व्हीलचेयर को एक बटन दबाने पर अलग किया जा सकता है और पिछला हिस्सा एक साधारण व्हीलचेयर में भी बदल जाता है, हमें चुनौतियों से निपटने का संकल्प लेना होता है फिर रास्ते खुद बनने लगते हैं।। स्टार्ट-अप ने अब तक 1300 व्हीलचेयर बनाए हैं, इसे चार्ज करने में 4 घंटे का समय लगता है और एक बार चार्ज करने पर यह 25 किमी का सफर तय करती है। ऑफिसर काबरा के इस ट्वीट पर यूजर्स काफी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
एक यूजर ने लिखा कि आत्म विश्वास होना चाहिए। आदमी हर चुनौती पार कर लेते हैं ऐसे लोगों को ग्रैंड सलूट। कई यूजर्स ने दिव्यांग गणेश को दूसरे लोगों के लिए प्रेरणादायक बताया है तो किसी ने लिखा कि मन पक्का हो तो कोई भी इंसान कुछ भी कर सकता है। वहीं यूजर्स दीपांशु काबरा की भी काफी तारीफ कर रहे हैं कि वे हमेशा लोगों को कुछ न कुछ प्रेरणादायक चीज़ें खोज कर उनके बारे में जानकारी देते रहते हैं।