Edited By Monika Jamwal,Updated: 28 Dec, 2018 05:25 PM
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और यूपी पुलिस के ऐंटी टेरर स्कवॉयड द्वारा बीते बुधवार को यूपी और नई दिल्ली में हुई छापेमारी के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इस कार्रवाई पर सवालिया निशान लगाया है।
श्रीनगर : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और यूपी पुलिस के ऐंटी टेरर स्कवॉयड द्वारा बीते बुधवार को यूपी और नई दिल्ली में हुई छापेमारी के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इस कार्रवाई पर सवालिया निशान लगाया है। एटीएस और एनआईए की कार्रवाई में आईएस कनेक्शन एवं आतंकी साजिश के शक में 10 लोगों के गिरफ्तार होने के बाद महबूबा ने इस ऑपरेशन की टाइमिंग पर सवाल खड़े किए हैं। साथ ही महबूबा ने संदिग्धों को आईएस से जुड़ा बताने के एनआईए के दावे पर भी सवाल उठाया है।
एजेंसियों की कार्रवाई के दो दिन बाद अपने ट्वीट में महबूबा मुफ्ती ने इनपर सवाल खड़े किए हैं। शुक्रवार को अपने ट्वीट में महबूबा ने ट्वीट में लिखा कि राष्ट्रीय सुरक्षा का विषय सर्वोपरि है, लेकिन संदिग्धों को सुतली बम से आधार पर आतंकी और आईएस से जुड़ा बताने का दावा अतार्किक है। इस आरोप ने पहले ही इन लोगों और इनके परिवारों के जीवन को बर्बाद कर दिया है। ऐसे में एनआईए को उन मौकों से सबक लेना चाहिएए जिनमें आरोपी दशकों के बाद आरोपों से बरी हो गए थे।
वहीं एक अन्य ट्वीट में महबूबा ने एजेंसियों द्वारा ऑपरेशन करने की टाइमिंग पर सवाल उठाते हुए लिखाए ,अर्बन नक्सल केस के बाद फिर चुनावी समय में एनआईए के द्वारा की गई गिरफ्तारी अब शक के घेरे में है। राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एजेंसी को किसी एक समुदाय के प्रति संदेह से नहीं, बल्कि पूरे देश के प्रति समावेशी रूप से सोचना चाहिए।श् बता दें कि महबूबा का बयान उस वक्त आया है, जबकि एनआईए ने बुधवार को ही यूपी और दिल्ली के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस कार्रवाई के दौरान 16 संदिग्धों से पूछताछ के बाद 10 लोगों को अरेस्ट किया गया था। एनआईए के मुताबिक गिरफ्तार किए गए लोगों में से 5 उत्तर प्रदेश के और 5 दिल्ली के हैं। ये सभी लोग विदेश में बैठे एक हैंडलर के संपर्क में थे।