Edited By Seema Sharma,Updated: 31 Dec, 2019 09:38 AM
हिमालय रिजन में सतलुज, चिनाब व रावी बेसिन पर झीलें बनने से हिमाचल समेत पंजाब व जम्मू-कश्मीर पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। इन तीनों प्रमुख नदियों के बेसिन पर ग्लेशियरों के पिघलने से झीलों की संख्या व इनके आकार में तेजी से वृद्धि हो रही है।...
शिमला(देवेंद्र हेटा): हिमालय रिजन में सतलुज, चिनाब व रावी बेसिन पर झीलें बनने से हिमाचल समेत पंजाब व जम्मू-कश्मीर पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। इन तीनों प्रमुख नदियों के बेसिन पर ग्लेशियरों के पिघलने से झीलों की संख्या व इनके आकार में तेजी से वृद्धि हो रही है। विज्ञान, पर्यावरण एवं प्रौद्योगिकी परिषद के क्लाइमेट चेंज सैंटर शिमला द्वारा सैटेलाइट तस्वीरों से किए गए ताजा सर्वेक्षण में इसका खुलासा हुआ है। सतलुज बेसिन पर झीलों की संख्या में 16 प्रतिशत, चिनाब बेसिन पर 15 प्रतिशत तथा रावी बेसिन पर 12 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
रिपोर्ट में सरकार को अलर्ट करने के साथ-साथ जुलाई से सितम्बर महीने के बीच जरूरी एहतियात बरतने की अपील की गई है। खासकर जो झीलें 10 हैक्टेयर से ज्यादा काआकार ले चुकी हैं, उनके निचले क्षेत्रों में भारी तबाही का अंदेशा है। तापमान में निरंतर बढ़ौतरी के कारण दुनिया भर में ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं। इनके पिघलने से नदियों के प्रमुख बेसिन पर झीलें बनती जा रही हैं। साल 2005 में तिब्बत के साथ बनी पारछू झील भी प्रदेश में भारी तबाही मचा चुकी है। उस दौरान जानी नुक्सान के अलावा 800 करोड़ से अधिक की क्षति आंकी गई थी। ऐसे में नई बन रही झीलें निकट भविष्य में भारी तबाही मचा सकती है।
नदियों के बेसिन पर झीलों की संख्या व आकार बढ़ना चिंताजनक
सैटेलाइट पिक्चर के जरिए किए गए ताजा सर्वेक्षण में पता चला है कि 3 प्रमुख नदियों के बेसिन में झीलों की संख्या व आकार दोनों में बढ़ौतरी हुई है। इनकी मॉनिटरिंग जरूरी है। - डा. सुरजीत रंधावा, सीनियर साइंटिफिक ऑफिसर, हिमकॉस्ट
सूरत-ए-हाल
सतलुज बेसिन
सतलुज बेसिन पर 769 में से 49 झीलों का आकार 10 हैक्टेयर से अधिक हो गया है। कुछेक झीलों का क्षेत्रफल तकरीबन 100 हैक्टेयर भी बताया जा रहा है। ऐसी झीलें ही ज्यादा तबाही का कारण बन सकती हैं। 57 झीलें 5 से 10 हैक्टेयर तथा 663 झीलें 5 हैक्टेयर से कम क्षेत्र में हैं।
चिनाब बेसिन
चिनाब बेसिन पर कुल 254 झीलों में से 4 का आकार 10 हैक्टेयर से ज्यादा, 10 झीलें 5-10 हैक्टेयर तथा 240 झीलें 5 हैक्टेयर से कम क्षेत्र में फैली हुई हैं।
रावी बेसिन
रावी बेसिन पर कुल 66 झीलों में से 3 का आकार 10 हैक्टेयर से ज्यादा, 2 झीलें 5-10 हैक्टेयर तथा 61 झीलें 5 हैक्टेयर से कम क्षेत्र में फैली हैं।
ब्यास बेसिन
ब्यास बेसिन पर 65 झीलों में से 3 झीलें 10 हैक्टेयर से ज्यादा, 4 झीलें 5 से 10 हैक्टेयर तथा 58 झीलें 5 हैक्टेयर से कम क्षेत्र में हैं।