Edited By Yaspal,Updated: 06 Dec, 2020 05:50 PM
आमतौर पर दिसंबर के महीने में उत्तर भारत में भीषण ठंड रहती है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी होने लगती है तो रेतीले इलाकों में पारा माइनस तक पहुंच जाता है। लेकिन राजस्थान में इन दिनों मौसम के विपरीत गर्मी पड़ रही है। नलों में पानी जमा देने वाली सर्दी के...
नेशनल डेस्कः आमतौर पर दिसंबर के महीने में उत्तर भारत में भीषण ठंड रहती है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी होने लगती है तो रेतीले इलाकों में पारा माइनस तक पहुंच जाता है। लेकिन राजस्थान में इन दिनों मौसम के विपरीत गर्मी पड़ रही है। नलों में पानी जमा देने वाली सर्दी के लिए प्रसिद्ध चूरू और माउंट आबू जैसे शहरों में भीषण गर्मी पड़ रही है।
राजस्थान के चूरू और माउंट आबू में इन दिनों तापमान आमतौर से विपरीत बढ़ा हुआ है। चूरू में शुक्रवार को 33.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जो पिचले 17 सालों में दिसंबर का सबसे अधिक तापमान रहा। मौसम विभाग के मुताबिक, इससे पहले 8 दिसंबर 2003 को यहां का तापमान 33.5 डिग्री था, जबकि पिछले साल दिसंबर में तापमान 27 डिग्री रहा था। इससे पहले शनिवार को यहां का तापमान 31 डिग्री दर्ज किया गया था।
जयपुर में 12 साल बाद सर्वाधिक तापमान रिकॉर्ड : इसी तरह जयपुर में शुक्रवार को पारा 30.9 डिग्री रहा। यह 12 साल बाद सर्वाधिक है। इससे पहले 4 दिसंबर 2008 को यहां पारा 32 डिग्री था। बाड़मेर में पिछले 12 साल में सबसे ज्यादा 34.4 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है। चूरू और बाड़मेर में करीब पांच साल बाद सर्दी के मौसम में इतनी गर्मी पड़ रही है।
बर्फबारी के चार दिन बाद गर्मी बढ़ी
राजस्थान के एकमात्र पर्वतीय स्थल माउंट आबू के भी यही हाल हैं। 28 नवंबर को यहां कड़ाके की सर्दी थी। इसके चार दिन बाद 2 दिसंबर को तापमान जमाव बिंदु तक पहुंच गया। घरों के बाहर कारों पर हल्की बर्फ देखने को मिली थी। खुशनुमा मौसम की उम्मीद लिए कोरोना काल में कई महीनों से घरों में बंद पर्यटक अच्छा वक्त बिताने वहां पहुंच गए थे। पर्यटक अपने साथ ज्यादातर गर्म कपड़े लाए थे। लेकिन अब यहां लोग गर्मी से परेशान हैं।