Edited By vasudha,Updated: 07 Apr, 2020 05:09 PM
: कोरोना महामारी के संबंध में सोशल मीडिया पर फर्जी खबरोंं को रोकने के लिए मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। फर्जी संदेश या समाचारों के प्रसार पर लगाम लगाने के लिए whatsapp पर बदलाव किया गया है, जिसके तहत यूजर्स एक बार में एक ही शख्स को मैसेज भेज...
नेशनल डेस्क: कोरोना महामारी के संबंध में सोशल मीडिया पर फर्जी खबरोंं को रोकने के लिए बड़ा फैसला लिया गया है। फर्जी संदेश या समाचारों के प्रसार पर लगाम लगाने के लिए whatsapp पर बदलाव किया गया है, जिसके तहत यूजर्स एक से ज्यादा चैट में फॉरवर्ड मेसेज नहीं शेयर कर पाएंगे। पहले आप एक मैसेज को एक साथ 5 लोगों को भेज सकते थे लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
इससे अब संदेशों को एक बार में केवल एक चैट में फॉरवर्ड किया जा सकेगा। हमने संदेशों के फॉरवर्ड होने की संख्या में उल्लेखनीय बढ़त देखी है। इस नए फीचर से उपयोक्ता भ्रामक जानकारियों को फैलने से रोकने में योगदान कर सकते हैं। पिछले साल व्हाट्सएप ने संदेश के साथ यह जानकारी देने की शुरुआत भी की थी कि इसे फॉरवर्ड किया गया है या नहीं। यह कदम उसने फर्जी खबरों को फैलने से रोकने के लिए विभिन्न देशों की सरकार के दबाव बनाने के बाद उठाया था। कोरोना वायरस के सामुदायिक फैलाव को रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन (सार्वजनिक पाबंदी) के दौरान व्हाट्सएप जैसी एप का उपयोग बढ़ा है।
कंपनी ने कहा कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लोग सामुदायिक दूरी (सोशल डिसटेंसिंग) का पालन कर रहे हैं। इस वजह से वह अपने दोस्तों, परिवारों से दूर हैं और उनसे बातचीत करने या वीडियो चैट करने के लिए व्हाट्सएप पर निर्भर कर रहे हैं। लोग डॉक्टर, शिक्षक या पृथक रह रहे परिजनों से व्हाट्सएप पर बातचीत कर रहे हैं। ऐसे में फर्जी खबरों के प्रसार को रोकने के लिए कंपनी की ओर से यह कदम उठाया गया है।
ब्लॉग पोस्ट के मुताबिक कंपनी का मानना है कि इस तरह के संदेशों के प्रसार को सीमित करना अहम है ताकि व्हाट्सएप लोगों के लिए एक निजी वार्तालाप की जगह बनी रहे। कंपनी ने कहा कि संदेश फॉरवर्ड को सीमित करने के उसके पिछले कदमों से फॉरवर्ड किए गए संदेशों में 25 प्रतिशत की कमी लाने में मदद मिली है। भारत में ब्हाट्सएप का उपयाग करने वालों की संख्या 40 करोड़ से अधिक है।