Edited By Pardeep,Updated: 16 Jul, 2019 04:56 AM
दिल्ली मेट्रो फेज तीन के अंतिम कॉरिडोर के सबसे छोटे रूट द्वारका-नजफगढ़ (4.295 कि.मी.) पर सोमवार को मेट्रो ट्रायल की शुरू आत की गई। वर्ष सितम्बर तक इस कॉरिडोर का काम पूरा जाएगा। सबसे छोटे रूट में केवल तीन स्टेशन होंगे। डीएमआरसी के अनुसार फरवरी 2019...
नई दिल्ली: दिल्ली मेट्रो फेज तीन के अंतिम कॉरिडोर के सबसे छोटे रूट द्वारका-नजफगढ़ (4.295 कि.मी.) पर सोमवार को मेट्रो ट्रायल की शुरू आत की गई। वर्ष सितम्बर तक इस कॉरिडोर का काम पूरा जाएगा। सबसे छोटे रूट में केवल तीन स्टेशन होंगे।
डीएमआरसी के अनुसार फरवरी 2019 तक इस रूट पर 94 प्रतिशत सिविल वर्क्स का काम पूरा हो गया है। ट्रायल के दौरान मेट्रो की गति और ट्रैक की जांच की गई। स्टैण्डर्ड गेज कॉरिडोर पर बने रहे द्वारका-नजफ गढ़ रूट पर 2.754 किलोमीटर एलिवेटेड और 1.541 किलोमीटर भूमिगत होगा। इस रूट पर केवल नजफगढ़ भूमिगत स्टेशन है। जबकि द्वारका व नांगलोई एलिवेटेड स्टेशन है। द्वारका स्टेशन लाइन तीन और लाइन नौ के बीच एक इंटरचेंज स्टेशन के रूप में कार्य करेगा।
नजफगढ़ से ढांसा बस स्टैंड तक भी मेट्रो
द्वारका से नजफगढ़ के बीच मेट्रो दौडऩे के बाद नजफगढ़ से ढांसा बस स्टैंड के बीच दिल्ली मेट्रो का विस्तार होगा।
इसकी लंबाई 1.18 किलोमीटर होगी और इस पर 565 करोड़ रुपए की लागत आएगी। इस रूट पर भूमिगत खंड का कार्य दिसम्बर 2020 तक पूरा होगा। यह रूट नांगलोई, ढांसा, बहादुरगढ़ और उससे लगे इलाकों के लोगों की यात्रा जरूरतों को पूरा करेगा।