Edited By shukdev,Updated: 06 Mar, 2020 12:56 AM
मेघालय की राजधानी शिलांग में प्रवासी मजदूरों पर हमले की घटना रुक नहीं रही है और गुरुवार को मुखौटा पहने लोगों ने असम के प्रवासी मजदूर को छूरा घोंपकर घायल कर दिया। हिंसा से प्रभावित इचामाटी गांव से बड़ी संख्या में मजदूरों का असम की ओर पलायन शुरू हो ....
शिलांग: मेघालय की राजधानी शिलांग में प्रवासी मजदूरों पर हमले की घटना रुक नहीं रही है और गुरुवार को मुखौटा पहने लोगों ने असम के प्रवासी मजदूर को छूरा घोंपकर घायल कर दिया। हिंसा से प्रभावित इचामाटी गांव से बड़ी संख्या में मजदूरों का असम की ओर पलायन शुरू हो गया है। राज्य की पुलिस पूरे राज्य की स्थिति के सामान्य होने का दावा कर रही है लेकिन कुछ स्थानों से हिंसा की ताजा घटनायें भी सामने आई है। असामाजिक तत्वों ने असम के रजिस्ट्रेशन वाले एक निजी वाहन को आग के हवाले करने का प्रयास किया।
इस घटना में किसी के घायल होने की खबर नहीं है लेकिन हमले के दौरान वाहन के अगले चक्के का एक व्हील कैप क्षतिग्रस्त हो गया। इसके अलावा बदमाशों ने नोंग्मींसोंग के कैथलिक चर्च के सामने खड़ी एक स्थानीय टैक्सी पर पथराव भी किया। पुलिस ने बताया कि असम के बारपेटा जिले का निवासी और पेंटर सनीदुल इस्लाम (21) को मावखर इलाके में चार से पांच मुखौटा लगाए लोगों ने छुरा घोंपकर घायल कर दिया। उसे तत्काल शिलांग सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जाती है।
इस बीच इचामाटी गांव में 28 फरवरी को खासी छात्र संघ (केएसयू) के सदस्यों और गैर आदिवासियों के बीच हुए संघर्ष तथा इसके बाद उत्पन्न तनाव के कारण विभिन्न पत्थर की खदानों में काम करने वाले प्रवासी मजदूर अपने राज्य असम की ओर लौट रहे हैं। हिंसा की घटनाओं में अब तक केएसयू के एक सदस्य समेत तीन लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य के कम से कम छह जिलों में अभी भी आदिवासियों एवं गैर आदिवासियों के बीच तनाव व्याप्त है। इस बीच शिलांग जिला प्रशासन ने हिंसा की घटना को रोकने के लिए गुरुवार की रात नौ बजे से शुक्रवार सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू लगा दिया है।