Edited By Monika Jamwal,Updated: 13 Oct, 2018 11:41 AM
उतर कश्मीर के कुपवाडा जिला के हंदवाडा क्षेत्र में गुरुवार को सुरक्षाबलों ने हिजबुल मुजाहिदीन के दो आतंकियों को एनकाउंटर में मौत के घाट उतार दिया, जिनमें से एक पीएच.डी. स्कॉलर से आतंकी बना मन्नान बशीर वानी भी था।
श्रीनगर : उतर कश्मीर के कुपवाडा जिला के हंदवाडा क्षेत्र में गुरुवार को सुरक्षाबलों ने हिजबुल मुजाहिदीन के दो आतंकियों को एनकाउंटर में मौत के घाट उतार दिया, जिनमें से एक पीएच.डी. स्कॉलर से आतंकी बना मन्नान बशीर वानी भी था। मन्नान वानी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से पीएच.डी. कर रहा था। बताया जाता है कि वानी आतंकी बनने से पहले पढ़ाई में बहुत तेज था। बचपन से पढ़ाई में तेज वानी ने मानसबल के सैनिक स्कूल से अपनी दसवीं और बारहवीं की पढ़ाई पूरी की।
स्कूल-कॉलेजों में कई अवॉर्ड जीत चुका मन्नान वानी उस वक्त भी पढ़ाई में लगा रहा, जब साल 2016 में हिजबुल आतंकी बुरहान वानी मारा गया। मन्नान वानी ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से एम.फिल. की पढ़ाई पूरी की और फिर वहीं से जियोलॉजी में पीएच.डी. कर रहा था। मन्नान वानी के पिता कॉलेज में लेक्चरार हैं। मन्नान वानी को ए.आई.एस.ई.सी.टी यूनिवर्सिटी, भोपाल में ‘पानी, वातावरण, ऊर्जा और समाज’ विषय पर हुए अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में बेस्ट पेपर प्रेजेंटेशन अवॉर्ड दिया गया था। इस साल जून में वानी ने एक अमेरिकी मानवाधिकार एक्टिविस्ट मेक्लम एक्स की एक बात लिखी थी कि 'शांतिपूर्वक रहो', 'कानून का पालन करो', 'सबका सम्मान करो' लेकिन अगर कोई तुम पर उंगली उठाए तो उसे कब्र में पहुंचा दो।
पुलिस ने दिया आत्मसमर्पण का मौका
वानी के एनकाउंटर के बाद पुलिस ने बयान जारी कर कहा कि हमने वानी के साथ वही किया, जो बाकी आतंकियों के साथ किया जाता है। हमने उसे सरेंडर करने का पूरा मौका दिया, लेकिन अफसोसजनक बात है कि उसने अपनी ही आइडियोलॉजी का पालन नहीं किया।
खेलों में भी आगे रहता था मोस्ट वॉन्टेड आतंकी
स्कूल के दिनों में वानी कबड्डी खिलाड़ी था। उसने पूरे उत्तर भारत के कई शहरों में मैच खेले। इसके अलावा, वह एनसीसी का कैडर भी था और गणतंत्र दिवस व स्वतंत्रता दिवस की परेड में भी हिस्सा ले चुका था। बताया जाता है कि वानी की आतंकी बनने की शुरुआत साल 2017 में हुई, जब वह दक्षिण कश्मीर के कुछ छात्रों से मिला। उसने 3 जनवरी को आतंकी बनने के लिए अलीगढ़ छोड़ा और आज एनकाउंटर में मारा गया।
मां-बाप की अपील की अनसुनी
मन्नान वानी पिछले वर्ष ही आतंकी बना था। उसके आतंकी बनने की खबर से उसका पूरा परिवार सदमे में था। मन्नान की मां ने उससे घर लौटने की अपील भी की, पर उसने अपनी मां की अपील को दकिनार करते हुए आतंक की राह पकड़ ली।