Edited By rajesh kumar,Updated: 17 Dec, 2020 07:35 PM
संस्थान द्वारा जारी आधिकारिक नोटिस के अनुसार, आरक्षित सूची के तहत अनंतिम आवंटन आफिसर स्केल 1 और ऑफिस असिस्टेंट (मिल्टिपरपज) के पदों के लिए किया जा रहा है, जो प्रत्येक कैटेगरी में संबंधित आरआरबी द्वारा रिक्तियों के आधार पर और किसी विशेष पद के लिए...
नई दिल्ली: रक्षा मंत्रालय ने सेना के तीनों अंगों के लिए 28,000 करोड़ रुपये की लागत से हथियार और सैन्य उपकरण की खरीद को बृहस्पतिवार को मंजूरी दे दी। अधिकारियों ने इस बारे में बताया। इस खरीद को ऐसे समय में मंजूरी दी गयी है जब भारत और चीन के बीच, पूर्वी लद्दाख में सीमा पर लंबे समय से गतिरोध चल रहा है। अधिकारियों ने बताया कि मंजूर किए गए तकरीबन सारे हथियारों और सैन्य उपकरणों की घरेलू उद्योगों से खरीद की जाएगी।
घरेलू उद्योग से 27,000 करोड़ रुपये के खरीद प्रस्तावों को मंजूरी
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में रक्षा खरीद परिषद (डीएसी) ने घरेलू उद्योग से 27,000 करोड़ रुपये के खरीद प्रस्तावों को मंजूरी दी है।' अधिकारियों ने बताया कि रक्षा मंत्रालय की खरीद पर निर्णय लेने वाली सर्वोच्च इकाई डीएसी ने खरीद के कुल सात प्रस्तावों को मंजूरी दी। मंत्रालय ने कहा, ‘28,000 करोड़ रुपये के सात प्रस्तावों में से छह प्रस्ताव 27,000 करोड़ रुपये के हैं।
इसके तहत ‘मेक इन इंडिया' और ‘आत्मनिर्भर भारत' अभियान को बढ़ावा देने के लिए भारतीय उद्योग को एओएन (स्वीकार्यता मंजूरी) दी जाएगी।' खरीद प्रस्तावों में डीआरडीओ द्वारा तैयार वायु सेना के लिए पूर्व चेतावनी प्रणाली (हवाई जहाजों की मौजूदगी के बारे में), नौसेना के लिए अगली पीढी के गश्ती पोत और थल सेना के लिए माड्यूलर ब्रिगेड शामिल हैं ।