Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Jan, 2018 12:47 AM
हुर्रियत कांफ्रेंस (एचसी) के उदारवादी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज मौलवी उमर फारूक तथा मोहम्मद यासीन मलिक को शनिवार को रिहा कर दिया लेकिन सैयद अली शाह गिलानी को राहत नहीं मिली है।
श्रीनगर : हुर्रियत कांफ्रेंस (एचसी) के उदारवादी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज मौलवी उमर फारूक तथा मोहम्मद यासीन मलिक को शनिवार को रिहा कर दिया लेकिन सैयद अली शाह गिलानी को राहत नहीं मिली है।
सुरक्षा बलों ने घाटी में आम लोगों के मारे जाने के विरोध में यहां के ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में जुम्मे की नमाज के बाद होने वाले प्रदर्शन में शामिल होने से रोकने के लिए शुक्रवार शाम मीरवाइज को नजरबंद कर दिया था। अधिकारियों ने मस्जिद के सभी दरवाजों को बंद कर दिए थे और किसी को भी अंदर जाने की इजाजत नहीं थी।
एचसी के एक प्रवक्ता ने बताया कि मीरवाइज को अपराह्न दो बजे रिहा किया गया। उन्होंने कहा कि मीरवाइज के घर के बाहर तैनात सुरक्षा बलों तथा राज्य पुलिस को जवानों को हटा लिया गया है। उन्होंने बताया कि 19 जनवरी को गिरफ्तार किए गए और केंद्रीय कारागार में बंद मलिक को भी शनिवार को जमानत मिल गई।
जेल से रिहा होने के बाद मलिक हाल ही में शोपिया में सुरक्षा बलों की गोलीबारी में घायल हुई एक लड़की को देखने के लिए एस के इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस गए। सुरक्षा बलों ने गिलानी को अभी भी नजरबंद कर रखा है। हैदरपोरा में स्थित उनके घर के बाहर सुरक्षा बलों तथा राज्य पुलिस के जवान तैनात हैं।