Edited By Seema Sharma,Updated: 04 Sep, 2018 09:28 AM
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दिल्ली की सातों सीटों के अलावा आम आदमी पार्टी (आप) की नजर चार पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ पर भी है। इसके लिए आप चुनाव अभियान की दिल्ली में शुरुआत करने के बाद आठ सितंबर...
नई दिल्लीः अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दिल्ली की सातों सीटों के अलावा आम आदमी पार्टी (आप) की नजर चार पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ पर भी है। इसके लिए आप चुनाव अभियान की दिल्ली में शुरुआत करने के बाद आठ सितंबर को नोएडा से अन्य राज्यों के लिए भी चुनाव अभियान शुरू करेगी। इसके लिए आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की नोएडा में आगामी रविवार को जन अधिकार रैली आयोजित की गई है। आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह पिछले कुछ दिनों से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जन अधिकार पदयात्रा कर राज्य में पार्टी के लिए जमीन तैयार करने में जुटे हैं।
सिंह ने बताया कि सहारनपुर से नोएडा तक की पदयात्रा के समापन पर रविवार को नोएडा में केजरीवाल की रैली होगी। उल्लेखनीय है कि पिछले लोकसभा चुनाव में भी आप ने उत्तर प्रदेश में किस्मत आजमाने की कोशिश की थी लेकिन बेहतर नतीजे हासिल नहीं हुए थे। हाल ही में उत्तर प्रदेश नगर निगम चुनाव में आप के 60 प्रत्याशी जीते थे। उन्होंने बताया कि नगर निगम चुनाव के बाद बदली हुई परिस्थितियों को देखते हुए पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में एक बार फिर पूरे दमखम से उतरने की तैयारी में है। इस सिलसिले में संजय सिंह ने पिछले महीने पूर्वी उत्तर प्रदेश में बलिया से बनारस तक पदयात्रा की थी।
अगले चरण में वह रुहेलखंड में बरेली से अमरोहा तक और फिर अंतिम चरण में बुंदेलखंड में ललितपुर से झांसी तक की पदयात्रा करेंगे। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव में आप ने अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर ली है। हालांकि पार्टी नेतृत्व ने इस बार लोकसभा चुनाव में लगभग सौ सीटों पर ही लड़ने की रणनीति बनाई है। ऐसे में इन तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम के आधार पर ही पार्टी तय करेगी कि लोकसभा चुनाव में इन राज्यों की कितनी सीटों पर किस्मत आजमायी जा सकती है।