Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Nov, 2017 08:33 PM
पैसेंजर्स तुरंत एयरलाइन्स के सिक्योरिटी ऑफिसर्स, एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन इंचार्ज, सीआईएसएफ, ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्युरिटी ऑफ इंडिया (BCAS) या एयरपोर्ट ऑपरेटर से प्राइमरी कम्प्लेन कर सकते हैं
नई दिल्लीः इन दिनों एयरलाइन्स में स्टाफ और पैसेंजर्स के बीच के विवाद खासे चर्चा के विषय बने हुए हैं। ताजा मामल चेन्नई के 53 साल के व्यक्ति का है, जिनके साथ इंडिगो एयरलाइन स्टाफ ने मारपीट की थी। इससे पहले बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु भी सुर्खियों में आईं थीं। हालांकि इंडिगो ने आरोपी स्टाफ को टर्मिनेट कर दिया है लेकिन नियमों में एयरलाइन स्टाफ को किसी भी पैसेंजर से बदसलूकी की इजाजत नहीं दी गई है। अगर एयरलाइन स्टाफ को किसी पैसेंजर से कोई परेशानी है तो एयरोड्रम पर मौजूद सिक्युरिटी एजेंसी को इस बारे में रिपोर्ट करना चाहिए।
क्या कहते हैं DGCA के नियम
डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) के सर्कुलर में कहा गया है कि किसी भी पैसेंजर से परेशानी होने पर एक्शन के लिए एयरलाइन्स को एयरोड्रम पर मौजूद सिक्युरिटी एजेंसी को सूचना देनी चाहिए। सिविल एविएशन रिक्वायरमेंट सेक्शन 3 पार्ट 5 में भी लिखा है कि कोई भी एयरलाइंस स्टाफ या क्रू मेंबर किसी भी परिस्थति में पैंसेजर के साथ कोई अभद्र बर्ताव नहीं करेगा। इसके अलावा DGCA के एयरक्राफ्ट ऑपरेटर सिक्युरिटी प्रोग्राम में भी कहा गया है कि ग्राउंड पर अगर कोई पैसेंजर बुरा बर्ताव भी करता है। तब भी उससे सब्र से पेश आएं और घटना के बारे में ऊपर रिपोर्ट करें।
बुरे बर्ताव पर पैसेंजर्स यहां दें सूचना
पैसेंजर्स सीधे DGCA से भी शिकायत कर सकते हैं। उन्हें sugam@dgca.nic.in ईमेल आईडी पर पैसेंजर को अपने टिकट की डिटेल के साथ ये कम्प्लेन करनी होगी। इसके अलावा पैसेंजर्स तुरंत एयरलाइन्स के सिक्योरिटी ऑफिसर्स, एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन इंचार्ज, सीआईएसएफ, ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्युरिटी ऑफ इंडिया (BCAS) या एयरपोर्ट ऑपरेटर से प्राइमरी कम्प्लेन कर सकते हैं। देश के सभी एयरपोर्ट्स पर इन एजेंसियों का स्टाफ मौजूद रहता है।
बदसलूकी की बढ़ रही हैं शिकायतें
DGCA की रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी से सितंबर 2017 तक लगातार एयरलाइंस द्वारा पैसेंजर्स से बुरा सलूक करने की शिकायतें बढ़ी हैं। जनवरी में 6.4%, फरवरी में 7.8%, मार्च में 8.7%, अप्रैल में 8.7%, मई में 8.8%, जून में 7.8%, जुलाई में 5.7%, अगस्त में 7.8%, सितंबर में 9.2% शिकायतें आईं। हालांकि जुलाई के महीने में एेसी शिकायतों में जरूर कुछ कमी आई थी लेकिन सितंबर के महीने में सबसे ज्यादा शिकायतें दर्ज की गई।