Edited By Pardeep,Updated: 12 Dec, 2018 09:37 PM
मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के अध्यक्ष जोरमथंगा को शनिवार को पूर्वाह्न 12 बजे यहां राजभवन में मिजोरम के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई जाएगी। राज्य के प्रोटोकोल विभाग के अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। राजभवन के सूत्रों ने बताया कि राज्यपाल...
आइजोल: मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के अध्यक्ष जोरमथंगा को शनिवार को पूर्वाह्न 12 बजे यहां राजभवन में मिजोरम के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई जाएगी। राज्य के प्रोटोकोल विभाग के अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
राजभवन के सूत्रों ने बताया कि राज्यपाल कुम्मनम राजशेखरन ने चुनाव अधिकारियों से नतीजे की हस्ताक्षरित अधिसूचना मिलने के बाद जोरमथांगा को बुधवार को अगली सरकार बनाने के लिए औपचारिक रुप से निमंत्रित किया। सूत्रों ने बताया कि राज्यपाल ने आठवीं विधानसभा के गठन का मार्ग प्रशस्त करने के लिए दिन के दौरान सातवीं विधानसभा भंग कर दी। प्रोटोकोल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल यह ज्ञात नहीं है कि मंत्रिपरिषद के सभी 12 सदस्यों को 15 दिसंबर को शपथ दिलाई जाएगी या नहीं। एमएनएफ 40 सदस्यीय विधानसभा में 26 सीटें जीतकर एक दशक बाद सत्ता में लौटा है। इसी के साथ कांग्रेस पूर्वोत्तर के अपने इस अंतिम गढ़ में धराशायी हो गई।
नवगठित गैर पंजीकृत दल जोराम पीपुल्स मूवमेंट ने आठ सीटें हासिल कीं जो कांग्रेस की सीटों से तीन सीटें अधिक हैं। भाजपा ने एक सीट जीतकर राज्य में पहली बार अपना खाता खोला। कांग्रेस महज पांच सीट पर सिमट गई। राज्य में 28 नवंबर को चुनाव हुए थे। मिजोरम के दो बार मुख्यमंत्री रहे जोरमथंगा ने पिछली दो विधानसभाओं में राजनीतिक निर्वासन में रहने के बाद मंगलवार को सत्ता में दमदार वापसी की। विद्रोही से नेता बने 74 वर्षीय जोरमथांगा पूर्व भूमिगत नेता हैं और एमएनएफ के दिग्गज नेता लालडेंगा के करीबी रह चुके हैं।