Edited By Monika Jamwal,Updated: 07 Jul, 2018 02:58 PM
प्रदेश में पी.डी.पी.-भाजपा गठबंधन सरकार टूटने के बाद पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पी.डी.पी.) में लगातार बगावती सुर उठ रहे हैं।
श्रीनगर : प्रदेश में पी.डी.पी.-भाजपा गठबंधन सरकार टूटने के बाद पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पी.डी.पी.) में लगातार बगावती सुर उठ रहे हैं। पहले ही पांच विधायकों ने पी.डी.पी. प्रमुख महबूबा मुफ्ती पर केवल परिवार को तव्वजो देने का आरोप लगाया है। अब एक पी.डी.पी. नेता और एम.एल.सी. यासिर रेशी ने महबूबा मुफ्ती के खिलाफ आवाज उठाई।
एम.एल.सी. रेशी ने कहा कि लगातार सरकारें अच्छा काम करने नाकाम रही हैं। वह जम्मू कश्मीर में दो परिवारों से शासन को स्वीकार नहीं करते हैं। बांडीपुरा से पी.डी.पी. नेता ने उनके पार्टी सहयोगियों का समर्थन करते हुए जम्मू कश्मीर में पारंपरिक शासन के विकल्प की तलाश की मांग की।
एक बयान में रेशी ने कहा कि हाल ही में ‘मेरे सम्मानित सहयोगियों ’ द्वारा दो पारिवारिक तंत्र के विकल्प खोजने के लिए व्यक्त किए गए विचारों के साथ वह पूरी तरह से सहमत हैं। एकमात्र तरीका नए नेतृत्व को मौका देना है। राज्य को इस कथित, परीक्षण और असफल दो परिवारों के सत्ता सांझा करने वाले मॉडल से राहत मिलनी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि जम्मू कश्मीर प्रशासन, कानून और व्यवस्था जैसी कई चुनौतियों का सामना कर रहा है और सबसे महत्वपूर्ण सामाजिक संकट की चुनौती हैं। लगातार सरकारें इन चुनौतियों का सामना करने में नाकाम रही है जिसके परिणामस्वरुप अराजकता की स्थिति पैदा हो गई हैं।
बता दें कि अभी तक पी.डी.पी. नेताओं इमरान अंसारी, आबिद हुसैन अंसारी, मोहम्मद अब्बास वानी, अब्दुल मजीद और जावेद हुसैन बेग महबूबा मुफ्ती के खिलाफ आवाज उठाई है।