Edited By Seema Sharma,Updated: 01 Sep, 2019 01:28 PM
आम आदमी तो दूर की बात यहां तो दिल्ली पुलिस के ही दो कर्मी साइबर अपराध का शिकार हो गए। मिली खबर के अनुसार ट्विटर पर मोबाइल नंबर शेयर करने के बाद इनके बैंक खाते खाली हो गए। फिलहाल साइबर टीम इस मामले की पड़ताल कर रही है।
नई दिल्ली: आम आदमी तो दूर की बात यहां तो दिल्ली पुलिस के ही दो कर्मी साइबर अपराध का शिकार हो गए। मिली खबर के अनुसार ट्विटर पर मोबाइल नंबर शेयर करने के बाद इनके बैंक खाते खाली हो गए। फिलहाल साइबर टीम इस मामले की पड़ताल कर रही है। आईजीआई एयरपोर्ट थाने में तैनात सिपाही आरपी त्रिपाठी का एक बैंक से क्रेडिट कार्ड में 57 हजार रुपए रिफंड का विवाद चल रहा था। उन्होंने ट्विटर पर अपनी शिकायत लिखी और बैंक को टैग करते हुए अपना फोन नंबर दे दिया। इस ट्वीट के 15 मिनट बाद त्रिपाठी के पास एक कॉल आई।
कॉल करने वाले ने खुद को बैंक का अफसर बताते हुए पैसे लौटाने की बात कही और खाते की पूरी डिटेल्स मांगी। जिस पर सिपाही त्रिपाठी ने अपने खाते की पूरी जानकारी दे दी। इसके थोड़ी देर बाद फिर से कॉल आई और कहा कि पैसा ट्रांसफर नहीं हो पा रहा है, कोई दूसरा अकाउंट बताइए। इस पर त्रिपाठी ने अपने सिपाही दोस्त अनिल के खाते की डिटेल्स दे दीं। थोड़ी देर में ही अनिल के फोन पर मैसेज आया कि उनके खाते से 38 हजार रुपए निकाले गए हैं।
इस पर त्रिपाठी ने कॉल करने वाले को फोन किया और पैसे निकलने की बात बताई, इस पर कॉलर ने कहा कि ऐसा नहीं हो सकता, आप खाता नंबर दीजिए। कुछ ही समय बाद त्रिपाठी के मोबाइल पर भी 500 रुपए निकाले जाने का मेसेज आया। इसके बाद उनको एहसास हुआ कि वे लोग ठगी का शिकार हुए हैं। त्रिपाठी और उनके दोस्त अनिल के अकाउंट में बस 87 और 76 रुपए ही बचे।