Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 May, 2018 07:52 PM
पेट्रोल डीजल की कीमतों में लगातार हो रहे इजाफे से आम लोगों के साथ साथ सरकार की परेशानी बढ़ा दी है। पेट्रोल, डीजल के दाम अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गए है। सोमवार को पेट्रोल की कीमत में 33-34 पैसे और डीजल की कीमत में...
नई दिल्ली: पेट्रोल डीजल की कीमतों में लगातार हो रहे इजाफे से आम लोगों के साथ साथ सरकार की परेशानी बढ़ा दी है। पेट्रोल, डीजल के दाम अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गए है।
सोमवार को पेट्रोल की कीमत में 33-34 पैसे और डीजल की कीमत में 25-27 पैसे की वृद्धि हुई। इसके साथ ही दिल्ली में पेट्रोल 76.57 रुपए प्रति लीटर और डीजल 67.82 रुपए प्रति लीटर की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया। वहीं, मुंबई में पेट्रोल अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है। यहां पहली बार पेट्रोल ने 84 का आंकड़ा छुआ है।
उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए विकल्पों पर काम रही सरकार
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान के मुताबिक सरकार आम उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए कई विकल्पों पर विचार कर रही है।
पहले विकल्प के तहत सरकार एक्साइज ड्यूटी में कटौती कर सकती है। बता दें कि एक्साइज में 1 की कटौती से 13000 करोड़ रुपए और 2-2 रुपए की कटौती से 52000 करोड़ रुपए का नुकसान होगा।
दूसरे विकल्प के तहत तेल वितरण कंपनियों पर दाम घटाने के लिए दबाव बनाया जा सकता है। सरकार इनसे दाम में बढ़ोतरी रोकने के लिए कह सकती है।
तीसरे विकल्प के तहत बीजेपी शासित राज्यों में वैट घटाया जा सकता है। सरकार एक बार फिर इस विकल्प पर विचार कर सकती है।
चौथे विकल्प के तहत पेट्रोल, डीजल को जीएसटी में लाया जा सकता है। अभी इन पर 100 फीसदी टैक्स लगता है जबकि जीएसटी में आने से इन पर 28 फीसदी टैक्स लगेगा। लेकिन अभी इस विकल्प को लागू करने में मुश्किलें हैं।