Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Mar, 2018 11:37 AM
मोदी सरकार को रक्षा क्षेत्र में एफडीआई के मामले खासी सफलता हाथ नहीं लगी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले चार साल में सरकार को रक्षा क्षेत्र में विदेशों से सिर्फ 1.17 करोड़ रुपए का ही निवेश मिला है। सरकार ने फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड को...
नई दिल्लीः मोदी सरकार को रक्षा क्षेत्र में एफडीआई के मामले खासी सफलता हाथ नहीं लगी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले चार साल में सरकार को रक्षा क्षेत्र में विदेशों से सिर्फ 1.17 करोड़ रुपए का ही निवेश मिला है। सरकार ने फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड को भी खत्म कर दिया है लेकिन विदेशी निवेश में इजाफा नहीं हुआ है। रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भामरे ने बुधवार को लोकसभा में बताया कि अप्रैल 2014 से दिसंबर 2017 तक रक्षा क्षेत्र में सिर्फ 0.18 मिलियन डॉलर का विदेशी निवेश आया है।
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार ने 1.25 लाख करोड़ की रक्षा खरीद के 70 सौदों को हरी झंडी दी है। इन रक्षा सौदों में इजरायल से रडार और मिसाइल, अमेरिका से एयरक्राफ्ट, आर्टिलरी गन्स, फ्रांस से हथियार, फाइटर जेट्स और रूस से रॉकेट आदि के सौदे शामिल हैं।