Edited By rajesh kumar,Updated: 01 Feb, 2023 03:31 PM

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘पिछले साल के बजट ने कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, मनरेगा और अनुसूचित जातियों के लिए कल्याण से जुड़े आवंटन को लेकर वाहवाही बटोरी थी।
नेशनल डेस्क: कांग्रेस ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश बजट को लेकर बुधवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले साल बजट पर वाहवाही बटोरी थी, लेकिन वास्तविकता सामने आ गई क्योंकि उसकी रणनीति ‘वादे ज्यादा और काम कम करने' वाली है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘पिछले साल के बजट ने कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, मनरेगा और अनुसूचित जातियों के लिए कल्याण से जुड़े आवंटन को लेकर वाहवाही बटोरी थी।
आज वास्तविकता सर्वविदित है। वास्तविक खर्च बजट के मुकाबले काफी कम है।' उन्होंने दावा किया, ‘यह ‘हेडलाइन मैनेजमेंट' के लिए मोदी की ‘ओपेड' रणनीति-ओवर प्रॉमिस, अंडर डिलिवर' (वादे ज्यादा, कम काम) है।' वित्त वर्ष 2023-24 के बजट में बुनियादी ढांचा विकास पर पूंजीगत व्यय 33 प्रतिशत बढ़ाकर 10 लाख रुपये करने की घोषणा की गई है।
यह सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 3.3 प्रतिशत बैठता है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में कहा कि हाल में स्थापित अवसंरचना वित्त सचिवालय की मदद से और निजी निवेश आकर्षित किया जा सकेगा।