Edited By ,Updated: 26 Aug, 2016 12:53 PM
देश सेवा की भावना से युवक ने सेना में शामिल होने का मन बनाया लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति उसका लगाव उसकी देशभक्ति के आड़े आ गया।
टीकमगढ़ (मध्य प्रदेश): देश सेवा की भावना से युवक ने सेना में शामिल होने का मन बनाया लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति उसका लगाव उसकी देशभक्ति के आड़े आ गया। दरअसल मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले के एक 23 वर्षीय युवक ने भारतीय सेना पर भेदभाव का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि सेना ने उसे इसलिए रिजेक्ट कर दिया क्योंकि उसके सीने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का टैटू था। सौरभ बिलगैयां नाम का यह शख्स अब दोनों नेताओं से मिलकर पूछना चाहता है कि उसे बाहर का रास्ता क्यों दिखाया गया।
अंग्रेजी अखबार के मुताबिक युवक ने कहा कि मुझे किसी कमी की वजह से नहीं निकाला गया बल्कि एक टैटू जिसमें लिखा है, जब तक सूरज चांद रहेगा, शिवराज मामा और मोदी का नाम रहेगा, की वजह से निकाला गया है।' सौरभ ने बताया कि वह पांच बार सेना में भर्ती होने की कोशिश कर चुका है। दसवीं पास सौरभ ने कहा कि अधिकारियों ने सीना मापने के दौरान उसका टैटू देखकर उसे रिजेक्ट कर दिया। सौरभ ने बताया, '2014 में मैं, महाराष्ट्र के पुणे के नजदीक कराड़ी गया, जहां मैं डिसक्वालिफाई हो गया, इसके बाद मैं अनुप्पुर और गुना आर्मी कैंप में गया, मगर वहां पर भी यही हुआ।
सौरभ ने पत्र के जरिए बताया कि वह कई बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने गया लेकिन मुलाकात नहीं हो सकी। सौरभ ने बताया कि वह गरीब परिवार से है। उसने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री से मिलने के लिए अपनी मां के गहने तक बेंच दिए। हालांकि उसकी हसरत पूरी नहीं हुई। सौरभ ने कहा कि वह चाहता था कि सेना में शामिल होकर देश की रक्षा में योगदान दे। उसका शव तिरंगे में लिपटा हुआ आए। सौरभ का कहना है कि जिस तरह से उसका सेलेक्शन रद्द हुआ है उससे वह बहुत परेशान है। उसने ये भी कहा कि ये उसका आखिरी पत्र है। जो वह पूरे होशो हवास में लिखा है।