Edited By Yaspal,Updated: 24 May, 2022 08:22 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अमेरिकी कंपनियों को ''मेक इन इंडिया'' और ''आत्मनिर्भर भारत'' कार्यक्रमों के तहत रक्षा क्षेत्र में काम करने के लिये आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने तोक्यो में क्वॉड शिखर सम्मेलन के मौके पर अमेरिकी...
इंटरनेशनल डेस्कः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अमेरिकी कंपनियों को 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' कार्यक्रमों के तहत रक्षा क्षेत्र में काम करने के लिये आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने तोक्यो में क्वॉड शिखर सम्मेलन के मौके पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ हुई वार्ता के दौरान अमेरिकी कंपनियों को यह निमंत्रण दिया।
विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा, ''प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति बाइडन के बीच हुई वार्ता में भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी पर बात हुई। वार्ता के दौरान मुख्य रूप से मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रमों के तहत अमेरिकी कंपनियों द्वारा भारत में रक्षा क्षेत्र में काम करने पर चर्चा हुई।'' क्वात्रा से पूछा गया कि क्या बाइडन ने 50 करोड़ अमेरिकी डॉलर के सहायता पैकेज की पेशकश की है तो उन्होंने कहा, ''प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी कंपनियों को भारत आकर मेक इन इंडिया और आत्मानिर्भर कार्यक्रमों के तहत काम करने का निमंत्रण दिया है। उन्होंने भारत में रक्षा क्षेत्र में निर्माण पर जोर दिया है।''
गौरतलब है कि एक पश्चिमी मीडिया संस्थान की खबर में कहा गया है कि अमेरिका, भारत को सैन्य उपकरणों की खरीद के मामले में रूस से अलग करने के लिए 50 करोड़ अमेरिकी डॉलर तक की सैन्य मदद देने पर विचार कर रहा है। खबर में कहा गया है कि यदि यह करार होता है तो भारत, इजराइल और मिस्र के बाद सबसे बड़ी सैन्य मदद हासिल करने वाला तीसरा देश बन जाएगा। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि इस करार की घोषणा कब की जाएगी और इसमें कौन-कौन से हथियारों का निर्माण शामिल होगा।