Edited By vasudha,Updated: 24 Oct, 2020 04:24 PM
: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से अपने गृह राज्य गुजरात में तीन परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। वह गुजरात के किसानों के लिए किसान सूर्योदय योजना की शुरुआत करेंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री जूनागढ़ जिले में गिरनार रोपवे और...
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को नयी दिल्ली से वीडियो लिंक के जरिये गुजरात में किसान कल्याण, स्वास्थ्य देखभाल और पर्यटन से संबंधित तीन परियोजनाओं का उद्घाटन किया। मोदी ने राज्य के किसानों को सिंचाई और कृषि से संबंधित कार्यों के लिये दिन के समय बिजली मुहैया कराने के लक्ष्य के साथ 'किसान सूर्योदय योजना' की शुरुआत की। इसके अलावा उन्होंने अहमदाबाद के यू एन मेहता हृदयरोग विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान में राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा 470 करोड़ रुपये की लागत से तैयार बाल हृदय रोग अस्पताल का भी उद्घाटन किया।
गुजरात में बिजली के क्षेत्र में हुआ शानदार काम
- इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात ने तो बिजली के साथ सिंचाई और पीने के पानी के क्षेत्र में भी शानदार काम किया है।
- इस कार्यक्रम में जुड़े हम सभी जानते हैं कि गुजरात में पानी की क्या स्थिति थी।
- बीते दो दशकों के प्रयासों से आज गुजरात उन गांवों तक भी पानी पहुंच गया है, जहां कोई पहले सोच भी नहीं सकता था।
- बिजली के क्षेत्र में बरसों से गुजरात में जो काम हो रहे थे, वो इस योजना का बहुत बड़ा आधार बने हैं।
80% घरों में पहुंचा नल से जल
- एक समय था जब गुजरात में बिजली की बहुत किल्लत रहती थी, 24 घंटे बिजली देना बहुत बड़ी चुनौती रहती थी।
- आज तो भारत सोलर पावर के उत्पादन और उसके उपयोग, दोनों मामलों में दुनिया के अग्रणी देशों में है।
- बीते 6 सालों में देश सोलर उत्पादन के मामले में दुनिया में पांचवे स्थान पर पहुंच चुका है और लगातार आगे बढ़ रहा है।
- गुजरात के करीब 80% घरों में आज नल से जल पहुंच चुका है।
- बहुत जल्द गुजरात देश के उन राज्यों में होगा जिसके हर घर में पाइप से जल पहुंचेगा
मोदी ने अहमदाबाद में प्रमुख तीर्थस्थल जूनागढ़ शहर के निकट गिरनार पर्वत में 2.3 किलोमीटर लंबी रोप-वे परियोजना का भी उद्घाटन किया। इसे एशिया का सबसे लंबा मंदिर रोपवे बताया जा रहा है। इस दौरान मोदी ने अपने संबोधन में रोप-वे परियोजना के पूरे होने में देरी को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा। प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर उन्होंने गिरनार रोपवे की राह में रोड़े न अटकाए होते तो इसका काम वर्षों तक न रुका रहता। लोगों और पर्यटकों को काफी समय पहले ही इसका लाभ मिलना शुरू हो जाता। उन्होंने कहा कि एक देशवासी के तौर पर हमें ऐसी (गिरनार रोपवे) जन महत्व की परियोजनाएं लंबे समय तक रुके रहने से देश को लोगों को होने वाले नुकसान के बारे में सोचना चाहिये।