Edited By Yaspal,Updated: 27 Nov, 2021 08:47 PM
राष्ट्रीय स्वयं सेवक (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने शनिवार को ग्वालियर में कहा कि हिंदू और भारत अलग नहीं हो सकते हैं। भारत को भारत रहना है तो भारत को हिंदू रहना ही पड़ेगा। हिंदू को हिंदू रहना है तो भारत को अखंड बनना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हिंदू के...
नेशनल डेस्कः राष्ट्रीय स्वयं सेवक (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने शनिवार को ग्वालियर में कहा कि हिंदू और भारत अलग नहीं हो सकते हैं। भारत को भारत रहना है तो भारत को हिंदू रहना ही पड़ेगा। हिंदू को हिंदू रहना है तो भारत को अखंड बनना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हिंदू के बिना भारत नहीं और भारत के बिना हिंदू नहीं। भारत टूटा, पाकिस्तान हुआ क्योंकि हम इस भाव को भूल गए कि हम हिंदू हैं, वहां के मुसलमान भी भूल गए। खुद को हिंदू मानने वालों की पहले ताकत कम हुई फिर संख्या कम हुई, इसलिए पाकिस्तान भारत नहीं रहा।
भागवत ने कहा ये हिंदुस्तान है और यहां परंपरा से हिंदू लोग रहते आए हैं जिस-जिस बात को हिंदू कहते हैं उन सारी बातों का विकास इस भूमि में हुआ है। भारत की सारी बातें भारत की भूमि से जुड़ी हैं, संयोग से नहीं। आरएसएस के मध्य भारत प्रांत के चार दिवसीय स्वर साधक संगम (घोष शिविर) में शामिल होने के लिए संघ प्रमुख डा. मोहन भागवत शुक्रवार देर रात ग्वालियर पहुंचे।