Edited By Seema Sharma,Updated: 29 May, 2018 12:46 PM
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून अपने तय समय से तीन दिन पहले केरल पहुंच गया है। दक्षिणी राज्य में मानसून पहुंचना देश में चार माह तक चलने वाले बारिश के मौसम की शुरुआत का प्रतीक है। देश में मानसून पहुंचने की आधिकारिक...
नेशनल डेस्कः भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून अपने तय समय से तीन दिन पहले केरल पहुंच गया है। दक्षिणी राज्य में मानसून पहुंचना देश में चार माह तक चलने वाले बारिश के मौसम की शुरुआत का प्रतीक है। देश में मानसून पहुंचने की आधिकारिक तारीख 1 जून है और इसे पूरे देश में सक्रिय होने में डेढ़ महीने का समय लगता है। आईएमडी ने इस वर्ष ‘सामान्य’ बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया है। निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी ‘स्काईमेट’ ने मानसून के सोमवार को केरल पहुंचने की घोषणा की।
मौसम विभाग के मुताबिक अगर राज्य के 14 उपलब्ध केद्रों में से 60 फीसद में 10 मई के बाद लगातार दो दिनों तक 2.5 मिलीमीटर या उससे ज्यादा बारिश दर्ज की जाती है तब मानसून के आगमन की घोषणा की जा सकती है। यह मौसम विभाग के मानसून की घोषणा करने के मानकों में से मुख्य है। इसके अलावा पछुआ हवा (पश्चिम से चलने वाली हवा) के समुद्र तल से 15000 फीट की ऊंचाई पर होना भी एक मानक है। मौसम विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक मृत्युंजय मोहपात्रा ने कहा कि सभी आवश्यक तय मानक उपलब्ध हैं जिसके बाद केरल में मानसून की घोषणा की गई।
स्काइमेट वेदर-मौसम विभाग में ठनी
केरल में हुई बारिश को लेकर मौसम विभाग और प्राइवेट एजेंसी स्काइमेट वेदर दोनों की आपस में ठन गई है। दरअसल यह मानसून की दस्तक है या नहीं, इसको लेकर दोनों के बीच कल मतभेद हुआ। जहां स्काइमेट वेदर ने घोषणा की है कि राज्य में मानसून पहुंच गया है और इसके साथ ही भारत में बारिश के मौसम की शुरुआत हो गई है वहीं भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा कि मानसून अगले 24 घंटे में यानी मंगलवार को केरल में दस्तक देगा।
3 दिन पहले पहुंचा मानसून
विभाग की तरफ से पहले कहा गया था कि केरल में मानसून शुक्रवार या शनिवार तक पहुंच सकता है लेकिन इसने तय समय से पहले ही केरल में दस्तक दे दी।