Edited By Yaspal,Updated: 28 May, 2020 09:41 PM
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बृहस्पतिवार को बताया कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवात की स्थिति बनने की वजह से दक्षिण पश्चिम मानसून केरल में एक जून को दस्तक दे सकता है। विभाग ने 15 मई को जारी अपने पूर्वानुमान में कहा था कि मानसून पांच जून को दक्षिणी...
नई दिल्लीः भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बृहस्पतिवार को बताया कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवात की स्थिति बनने की वजह से दक्षिण पश्चिम मानसून केरल में एक जून को दस्तक दे सकता है। विभाग ने 15 मई को जारी अपने पूर्वानुमान में कहा था कि मानसून पांच जून को दक्षिणी राज्य में आ सकता है। यह मानसून की सामान्य तिथि से चार दिन बाद की तारीख है। केरल में आमतौर पर एक जून को मानसून दस्तक दे देता है। बहरहाल, बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवात की स्थिति बनने के कारण मानसून की प्रगति में मदद मिलने की संभावना है।
विभाग ने कहा, " दक्षिण पूर्व और सटे हुए पूर्व मध्य अरब सागर में 31 मई से चार जून के दौरान कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है। यह स्थिति केरल में एक जून को मानसून लाने के लिए अनुकूल है।" कम दबाव का क्षेत्र किसी भी चक्रवात का पहला चरण है। यह जरूरी नहीं है कि हर कम दबाव का क्षेत्र चक्रवात का रूप ले ले। मौसम विभाग के मुताबिक, देश में इस साल सामान्य बारिश होने की संभावना है।
विभाग ने कहा कि पश्चिम-मध्य अरब सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। इसके अगले 48 घंटे के दौरान दबाव के क्षेत्र में बदलने की संभावना है। उसने बताया कि इसके अगले तीन दिनों में उत्तर पश्चिम में दक्षिण-ओमान और पूर्वी यमन के तट की ओर बढ़ने की प्रबल संभावना है मौसम की इस स्थिति के तहत, 28 से 31 मई के दौरान दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है।
साथ में 30-31 मई को केरल और लक्षद्वीप में भी भारी बारिश हो सकती है। विभाग ने त्रिपुरा और मिजोरम में अगले 24 घंटे के दौरान भारी बारिश और असम तथा मेघालय में तेज बारिश का पूर्वानुमान जताया है।