Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jul, 2017 08:18 PM
कुल 6 राहत शिविर और हजारों की संख्या में शरणार्थी। इस तरह से कट रह है आतंक के साये में जिन्दगी। यह हाल राजोरी में एलओसी से सटे गांवों का है।
राजोरी: कुल 6 राहत शिविर और हजारों की संख्या में शरणार्थी। इस तरह से कट रह है आतंक के साये में जिन्दगी। यह हाल राजोरी में एलओसी से सटे गांवों का है। लोग अपना घर-बार छोडक़र शरणार्थी शिविरों में रहने को विवश हैं। पिछले तीन दिनों से एलओसी पाकिस्तान की गोलीबारी से अशांत है। ताजा गोलीबारी से राहत शिविरों में लोगों की संख्या बढक़र चार हजार हो गई है। डिप्टी कमिशनर डा शाहिद इक्बाल ने लोगों की सुविधाओं के लिए प्रबंध करने के आदेश जारी किए हैं और साथ ही माइग्रेंट छात्रों की शिक्षा के प्रबंध करने के भी आदेश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार कुल् छ राहत शिविरों में 961 परिवरों के 3812 लोग हैं। यह छठा राहत शिविर नौशहरा से दूर मिडिल स्कूल में बनाया गया है। वहीं 45 परिवरों को प्राइवेट मकानों में ठहराया गया है। वहीं कैंपों में आंगनवाड़ी केन्द्र खोले गए हैं और शिक्षा के अन्य प्रबंध भी किए गए हैं ताकि बच्चों को परेशानी न हो और उनकी शिक्षा प्रभावित न हो।
गौतलब है कि मई 2011 में पाकिस्तान द्वारा की गई भारी गोलीबारी के कारण क्षेत्र में पांच राहत शिविर बनाए गए थे। उस समय कश्मीरी पंडितों की तरह ही माइग्रेंटों को पांच मरला जगह और नकद राशि की सहायता की मांग की गई थी। माइग्रेंटों को आश्वस्त किया गया था उनकी मांग को पूरा किया जाएगा। जानकारी के अनुसार हाल ही की गोलीबारी में 110 से ज्यादा मवेशी मारे गए हैं जबकि 35 इमारतों को नुकसान हुआ है। इनमें स्कूल भी शामिल हैं।