Edited By Mahima,Updated: 27 Aug, 2024 10:01 AM
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में हाल ही में हुए कई आतंकी हमलों ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इन हमलों में 70 से अधिक लोगों की मौत हो गई, जिनमें 14 सैनिक भी शामिल हैं। इन घटनाओं ने बलूचिस्तान में दहशत और हिंसा का माहौल बना दिया है।
नेशनल डेस्क: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में हाल ही में हुए कई आतंकी हमलों ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इन हमलों में 70 से अधिक लोगों की मौत हो गई, जिनमें 14 सैनिक भी शामिल हैं। इन घटनाओं ने बलूचिस्तान में दहशत और हिंसा का माहौल बना दिया है।
पाकिस्तानी सेना ने जानकारी दी कि बलूचिस्तान के विभिन्न शहरों में एक ही दिन में हुए इन हमलों में नागरिकों, सैनिकों और पुलिसकर्मियों की जान चली गई। आतंकियों ने सड़क पर बसों और कारों को रोककर लोगों को निशाना बनाया और उन पर गोलियां चलाईं। इस हमले में 23 लोगों की मौत हो गई।
वहीं, एक अलग घटना में, बलूचिस्तान के मुसाखेल जिले में आतंकियों ने एक काफिले को रोका और कई गाड़ियों को आग लगा दी। इस हमले में 35 गाड़ियां नष्ट हो गईं। इसके तुरंत बाद, कलात जिले में एक पुलिस चौकी और एक प्रमुख राजमार्ग पर भी हमला हुआ, जिसमें 5 पुलिसकर्मी और 5 नागरिकों की मौत हो गई।
इसके अतिरिक्त, बोलन शहर में एक रेलवे पुल पर आतंकियों द्वारा किए गए विस्फोट में 6 लोगों की मौत हो गई। यह रेलमार्ग क्वेटा को पाकिस्तान के अन्य हिस्सों और पड़ोसी ईरान के साथ जोड़ता है। इन हमलों की तीव्र निंदा पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने की है। उन्होंने इन हिंसक घटनाओं को असहनीय बताया और बलूचिस्तान सरकार से अपील की कि बीएलए जैसे आतंकवादी समूहों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएं। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने भी हमलावरों को न्याय के कटघरे में लाने का वादा किया है।
पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 24 घंटों में सुरक्षा बलों ने बलूचिस्तान में 12 विद्रोही लड़ाकों को मार गिराया है। बलूचिस्तान में बीएलए (बलूच लिबरेशन आर्मी) जैसे सशस्त्र समूह अक्सर आतंकवादी हमलों को अंजाम देते हैं और पंजाब से आने वाले मजदूरों को निशाना बनाते हैं। मई में ग्वादर में सात लोगों की हत्या और अप्रैल में हाईवे से लोगों की अगवानी की जिम्मेदारी भी बीएलए ने ली थी।