Edited By ,Updated: 05 Dec, 2016 11:48 AM
1000 व 500 के नोट बंद होने के कारण मोरनी में पर्यटकों की संख्या में आधी से भी ज्यादा कमी आ गई है। पहले जहां हर शनिवार व रविवार को सैलानियों का मेला लगा रहता था।
मोरनी(अनिल ) : 1000 व 500 के नोट बंद होने के कारण मोरनी में पर्यटकों की संख्या में आधी से भी ज्यादा कमी आ गई है। पहले जहां हर शनिवार व रविवार को सैलानियों का मेला लगा रहता था। अब वहीं दोनों दिनों में एक आध ही सैलानी ही दिखाई दे रहा है। यहां निजी होटल मालिकों ने अपने होटलों के लिए स्वैप मशीनें या पेटीएम या अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवा ली हैं मगर हरियाणा पर्यटन निगम मोरनी व टिक्करताल अभी इन सुविधाओं से वंचित है। यहां मोरनी के पेटीएम में कैश कम होने के कारण जहां अधिकतर पर्यटक यहां से खाली लौट रहे हैं।
टिक्करताल और हरियाणा पर्यटन निगम के मोरनी केन्द्र में ठहरने व खाने-पीने की सुविधा तो है, मगर बिल का भुगतान की सुविधा नहीं है, जिस कारण अधिकतर सैलानी यहां मोरनी से वापस लौट रहे हैं। यहां पर्यटन नगरी मोरनी में हजार व पांच सौ के नोट के बंद व कम उपलब्धता के कारण पर्यटन व्यवसाय धीरे-धीरे कम होता जा रहा है। अधिकतर सैलानी ऑनलाइन बुकिंग कर यहां पहुंच तो जाते हैं मगर हसीन वादियों के भ्रमण करने के अलावा वह यहां किसी प्रकार की भी शॉपिंग नहीं कर पाते। जो लोग बिना ऑनलाइन बुंकिग के यहां पहुंच रहे हैं, वह या तो रास्ते से ही वापस लौट रहे हैं या बिना खाए-पिए ही वापस लौट रहे हैं। मोरनी के पर्यटन निगम टिक्कर ताल व मोरनी में बिना स्वैप मशीन व पेटीएम के यहां व्यवसाय पर गहरा असर पड़ रहा है।