Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Dec, 2017 12:09 AM
नागर विमानन महानिदेशालय के आँकड़ों के अनुसार, नवंबर में कुल 716 शिकायतें आईं। इस दौरान यात्रियों की संख्या एक करोड़ चार लाख 89 हजार रही। इस प्रकार प्रति एक लाख यात्री 6.8 शिकायतें आयीं। इसमें सबसे ज्यादा 266 शिकायतें एयर इंडिया के खिलाफ रहीं
नई दिल्लीः सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया का प्रदर्शन यात्रियों की शिकायतों के मामले में नवंबर में सबसे खराब रहा। वहीं, समय पर उड़ान भरने (ओटीपी) के मामले में एयर इंडिया तीसरे स्थान पर रही जबकि किफायती विमान सेवा कंपनी स्पाइसजेट इस मामले में अव्वल रही।
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के आँकड़ों के अनुसार, नवंबर में कुल 716 शिकायतें आईं। इस दौरान यात्रियों की संख्या एक करोड़ चार लाख 89 हजार रही। इस प्रकार प्रति एक लाख यात्री 6.8 शिकायतें आयीं। इसमें सबसे ज्यादा 266 शिकायतें एयर इंडिया के खिलाफ रहीं। उसका औसत 19 शिकायत प्रति एक लाख यात्री का रहा। जेट एयरवेज और जेट लाइट के खिलाफ संयुक्त रूप से प्रति एक लाख यात्री 13 (कुल 230) शिकायतें आईं।
गोएयर और ट्रूजेट के खिलाफ प्रति एक लाख यात्री सात-सात, स्पाइस जेट और एयर एशिया के खिलाफ तीन-तीन, इंडिगो के खिलाफ दो और विस्तारा के खिलाफ एक शिकायत आईं। वहीं, जूम एयर के खिलाफ कोई शिकायत नहीं मिली। यात्रियों को सबसे ज्यादा शिकायत एयरलाइंस की ग्राहक सेवा को लेकर रही।
कुल शिकायत में इसका 30 प्रतिशत योगदान रहा। उड़ान की समस्या को लेकर 24.2 प्रतिशत शिकायतें मिलीं। बैगेज को लेकर 21.9 प्रतिशत, कर्मचारियों के व्यवहार को लेकर 6.6 प्रतिशत, रिफंड को लेकर 5.2 प्रतिशत और किराये के संबंध में 3.2 प्रतिशत शिकायतें मिली हैं।