Edited By Anu Malhotra,Updated: 07 Jul, 2022 12:58 PM
दिल में जज्बा हो तो कोई भी काम मुश्किल नहीं होता ऐसा ही एक 53 वर्षीय मां ने कर दिखाया है। दऱअसल, इस मां ने अपनी दो बेटियों के साथ मैट्रिक की परीक्षा पास कर अच्छे नंबर हासिल किए है जो तीनों मां-बेटियों के लिए गर्व का क्षण है।
नेशनल डेस्क: दिल में जज्बा हो तो कोई भी काम मुश्किल नहीं होता ऐसा ही एक 53 वर्षीय मां ने कर दिखाया है। दऱअसल, इस मां ने अपनी दो बेटियों के साथ मैट्रिक की परीक्षा पास कर अच्छे नंबर हासिल किए है जो तीनों मां-बेटियों के लिए गर्व का क्षण है।
दरअसल, त्रिपुरा की एक 53 वर्षीय शीला रानी दास की कम उम्र में ही शादी हो गई थी। शादी के बाद वह दसवीं की परीक्षा में शामिल नहीं हो सकीं, जिस वजह से उनकी पढ़ाई अधूरी रह गई और इसके बाद दोनों बेटियों ने अपनी मां के अधूरे सपनों को पूरा करने के लिए उन्हें प्रेरित किया जिसके बाद वह 10 वीं की परीक्षा की तैयारी करने लगी, और आज परिणाम सबके सामने है। शीला ने अपनी बेटियों - राजश्री दास और जयश्री दास द्वारा उन्हें इसके लिए प्रोत्साहित करने के बाद यह उपलब्धि हासिल की।
शीला रानी दास ने 500 में से 221 अंक प्राप्त किए हैं जबकि उनकी बेटियों राजश्री और जयश्री ने परीक्षा में क्रमशः 250 और 328 अंक प्राप्त किए। परीक्षा पास करने के बाद शीला ने कहाकि यह वास्तव में मेरे लिए गर्व का क्षण है। हालांकि मैं अपनी पढ़ाई के लिए ज्यादा समय नहीं दे सकी, लेकिन मैं परीक्षा पास करने में कामयाब रही।
अगरतला नगर निगम में करने वाली शीला दास के पति का कुछ साल पहले ही देहांत हो गया था। इसके बाद वह घर की जिम्मेदारियों में व्यस्त हो गईं। लेकिन परीक्षा में बैठने का फैसला उनकी बेटियों ने लिया और वह इसमें कामयाब भी रही।
वहीं, शीला की बेटी जयश्री ने कहा कि यह मां काली का आशीर्वाद था। मेरी माँ परीक्षा पास करना चाहती थी, लेकिन नहीं कर सकी क्योंकि वह घर के कामों में व्यस्त थी और हमारी देखभाल कर रही थी। इशके बावजूद मां ने परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन किया।