Edited By vasudha,Updated: 02 Apr, 2018 06:46 PM
काले और गोरे में भेदभाव बरसों से चलता आ रहा है। हालांकि मौजूदा समय में ये चीज काफी कम हो चुकी है लेकिन कहीं न कहीं इस तरह के भेदभाव देखने को मिल ही जाते हैं। ताजा मामला भोपाल का सामने आया है जहां एक मां ने अपने बेटे को गोरा...
नेशनल डेस्क: काले और गोरे में भेदभाव बरसों से चलता आ रहा है। हालांकि मौजूदा समय में ये चीज काफी कम हो चुकी है लेकिन कहीं न कहीं इस तरह के भेदभाव देखने को मिल ही जाते हैं। ताजा मामला भोपाल का सामने आया है जहां एक मां ने अपने बेटे को गोरा बनाने के लिए सारी हदें पार की दी। उसने अपने बच्चे को पत्थर से इतना रगड़ा कि उसके पूरे शरीर पर घाव हो गए। मामला प्रकाश में तब आया जब महिला की बड़ी बहन ने इसकी सूचना पुलिस और चाइल्ड लाइन को दी।
जानकारी के अनुसार आरोपी सुधा तिवारी एक सरकारी स्कूल में टीचर है। उसने डेढ़ साल पहले उत्तराखंड स्थित मातृछाया से एक बच्चे को गोद लिया था। महिला की बहन शोभना ने बताया जिस दिन से वह बच्चे को भोपाल लाई थी तब से वह उसके काले रंग को लेकर परेशान थी। उसने बच्चे का काफी इलाज कराया। एक साल पहले उसे किसी ने सलाह दी कि यदि बच्चे को काले रंग के पत्थर से घिसा जाए तो वह गोरा हो सकता है। इसके बाद आरोपी महिला ने बच्चे के शरीर को काले पत्थर से घिसना शुरू कर दिया। इससे बच्चे की कलाई, कंधे, पीठ और पैरों में घाव हो गए।
पुलिस ने सूचना मिलते ही बच्चे को महिला के चंगुल से छुड़ाकर अस्पताल में भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार के बाद बच्चे को चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया। शोभना ने बताया कि उसने सुधा को कई बार रोकने की कोशिश की लेकिन उसने बच्चे को प्रताड़ित करना बंद नहीं किया। जिसके बाद उसने चाइल्ड लाइन और पुलिस को इसकी सूचना दी।