Edited By Monika Jamwal,Updated: 11 May, 2020 03:37 PM
कोरोना संकट के चलते देश भर में लागू लॉकडाउन में पुलिस जिस प्रकार से काम कर रही है, उससे लोगों का खाकी पर भरोसा बढ़ा है।
साम्बा (संजीव): कोरोना संकट के चलते देश भर में लागू लॉकडाउन में पुलिस जिस प्रकार से काम कर रही है, उससे लोगों का खाकी पर भरोसा बढ़ा है। लॉकडाउन का पालन करवाने के लिए पुलिस कहीं डंडों का प्रयोग कर रही है तो कहीं उसका बेहद संवेदनशील मानवीय चेहरा भी सामने आ रहा है। ऐसे ही एक उदाहरण में साम्बा पुलिस ने एक घर पर अकेली रही एक वृद्धा के लिए मदर्स डे को यादगार बना दिया। साम्बा शहर के चोहाट्टा की रहने वाली इस वृद्धा, प्रमिला गुप्ता की बेटियाँ विवाहित हैं जबकि इसके बेटे की 3 साल पहले एक सडक़ हादसे में मौत होगई थी, जिसके चलते यह वृद्धा घर पर अकेली रह रही थी।
बेटे की असामयिक मृत्यू से व्यथित यह महिला अपने स्वर्गवासी बेटे की फोटो अपने बेड के सिरहाने रख कर सोती है। जब इस बात की जानकारी मिली तो साम्बा के पुलिस थाना प्रभारी सूरज सिंह पठानिया अचानक केक लेकर पुलिस दल के साथ इस महिला के घर पहुंच गए। थाना प्रभारी को इस प्रकार घर में देख कर यह महिला भावुक हो उठी व रोने लगी। थाना प्रभारी ने भी काफी आत्मीयता से वृद्धा को गले लगाया और अपने हाथ से केक खिलाया। एसएचओ ने महिला से कहा कि वह उन्हें अपना बेटा ही समझे और किसी भी चीज जरूरत पडऩे अथवा परेशानी होने पर उन्हें बेझिझक फोन करे। पुलिस ने जिस प्रकार से इस महिला के मदर्स डे को यादगार बना दिया उसकी स्थानीय लोगों में काफी सराहना हो रही है।