Edited By shukdev,Updated: 11 Mar, 2020 05:34 AM
मध्यप्रदेश की राजनीति में बदलते घटनाक्रम के बाद कमलनाथ सरकार पर संकट गहरा गया है। इस घटनाक्रम के बीच कांग्रेस और भाजपा दोनों ने विधायक दल की बैठक बुलाई। कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद कांग्रेस नेता पीसी शर्मा और शोभा ओझा ने दावा किया कि ....
भोपाल: मध्यप्रदेश की राजनीति में बदलते घटनाक्रम के बाद कमलनाथ सरकार पर संकट गहरा गया है। इस घटनाक्रम के बीच कांग्रेस और भाजपा दोनों ने विधायक दल की बैठक बुलाई। कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद कांग्रेस नेता पीसी शर्मा और शोभा ओझा ने दावा किया कि कमलनाथ की सरकार के पास बहुमत है। सूत्रों के हवाले से यह भी खबर है कि कमलनाथ नाराज विधायकों की घर वापसी की कोशिश करेंगे। कर्नाटक में मौजूद नाराज विधायकों को मनाने के लिए कमलनाथ सज्जन सिंह वर्मा समेत तीन मंत्रियों को कर्नाटक भेजेंगे।
पीसी शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के विधायकों को धोखा दिया गया। स्पीकर को जो इस्तीफा पत्र सौंपा गया है वह दबाव में लिखवाया गया है। शोभा ओझा ने कहा कि विधायकों को कहा गया था ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा चुनाव का टिकट दिलाना है इसलिए आपलोग उनके समर्थन में हस्ताक्षर कीजिए। इसी बहाने से कराए हस्ताक्षर के कागज को विधायकों के इस्तीफे के रूप में पेश किया गया है।
शोभा ओझा ने दावा किया कि कहा कि कमलनाथ की सरकार पूरी तरह सुरक्षित है। विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के दौरान कांग्रेस विधायक कमलनाथ सरकार के समर्थन में ही वोट करेंगे। इस बैठक में हिस्सा लेकर बाहर निकले विधायकों ने कहा कि कमलनाथ की ओर से बुलाई गई बैठक में 94 से ज्यादा विधायक पहुंचे थे।
उन्होंने बताया कि सीएम कमलनाथ ने सभी विधायकों से कहा है कि वे निर्भीक रहें और विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के दौरान एकजुट होकर वोट करें। कमलनाथ ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस के विधायकों को कहीं भी एकत्र करके नहीं रखा जाएगा। शोभा ओझा ने कहा कि जबतक कोई विधायक खुद से इस्तीफा पत्र लिखकर स्पीकर को नहीं सौंपता है तब तक उसे नहीं माना जाएगा।
उधर भाजपा सूत्रों के मुताबिक भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद विधायकों को विधायकों को बाहर शिफ्ट अपने विधायकों को दूसरी जगह शिफ्ट कर रही है। भाजपा अपने विधायकों को भोपाल से कहीं दूसरी जगह शिफ्ट कर सकती है।