Edited By Pardeep,Updated: 22 Nov, 2019 10:23 PM
भारत को 2024 तक 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में सूक्ष्म , लघु एवं मझोले उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने पूर्वात्तर एमएसएमई शिखर सम्मेलन के उद्घाटन के दौरान यह बात कही। यह सम्मेलन...
गुवाहटीः भारत को 2024 तक 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में सूक्ष्म , लघु एवं मझोले उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने पूर्वात्तर एमएसएमई शिखर सम्मेलन के उद्घाटन के दौरान यह बात कही। यह सम्मेलन अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के उद्यमियों के लिए आयोजित किया गया है।
उन्होंने कहा कि एमएसएमई क्षेत्र सभी अर्थव्यवस्थाओं में उत्पादन और रोजगार में योगदान करने के साथ ही वृद्धि का भी एक प्रमुख कारक है। सोनोवाल ने कहा, " एमएसएमई क्षेत्र भारत की वृद्धि की कहानी का अहम हिस्सा है। यह सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी), रोजगार और निर्यात के महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। जीडीपी में इस क्षेत्र का कुल मिलाकर करीब 38 प्रतिशत योगदान है।"
उन्होंने कहा कि सभी औद्योगिकी इकाइयों की यदि बात की जाए तो करीब 95 प्रतिशत उद्योग इसी क्षेत्र से संबद्ध रखते हैं। उन्होंने एमएसएमई क्षेत्र का सम्मेलन आयोजित करने के लिए एमएसएमई मंत्रालय और भारतीय उद्योग परिसंघ का धन्यवाद किया और कहा कि इससे पूर्वोत्तर क्षेत्र के युवाओं को अपने आप को सशक्त बनाने और खुद के लिये तथा दूसरों के लिये मार्ग प्रशस्त करने में मदद मिलेगी।