Edited By vasudha,Updated: 14 Oct, 2018 11:11 AM
चार साल पहले हुये झगड़े का बदला लेने के लिए पांच लड़कों ने एक युवक ने दिन-दहाड़े ताबड़तोड़ 17 चाकूओं से हमला कर हत्या कर दी। वारदात के बाद सईद उर्फ राजा (22) के शव को नाले में फेंक कर आरोपी फरार हो गये...
नई दिल्ली (नवोदय टाइम्स): चार साल पहले हुये झगड़े का बदला लेने के लिए पांच लड़कों ने एक युवक ने दिन-दहाड़े ताबड़तोड़ 17 चाकुओं से हमला कर हत्या कर दी। वारदात के बाद सईद उर्फ राजा (22) के शव को नाले में फेंक कर आरोपी फरार हो गये। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने नाले से सईद का शव निकाला एवं पोस्टमार्टम के लिए एम्स के मोर्चरी में भेज दिया है। डीसीपी चिन्मय बिस्वाल का कहना है कि आपसी रंजिश में सईद की हत्या की गई है। सभी आरोपियों की पहचान कर ली गई है और कई टीमें उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक सईद अपने परिवार के साथ इंदिरा कल्याण विहार ओखला फेज वन में रहता था। परिवार में पिता अमानत खान, मां, छोटा भाई और बहन है। सईद गुडग़ांव स्थित कॉल सेंटर में काम करता था। मूलरूप से यह परिवार बिहार के बेतिया जिला का रहने वाला है। करीब 35 साल पहले सईद के पिता दिल्ली आये थे और ओखला स्थित फैक्ट्री में सुपरवाइजर की नौकरी करते थे। सईद के चचेरे भाई इमरान ने बताया कि दोपहर करीब ढाई बजे वह समोसे खाने के लिए घर से निकला था। जैसे ही वह वाल्मीकि कॉलोनी के पास पहुंचा तभी पांच लड़कों ने उसे पकड़ लिया और उसपर ताबड़तोड़ चाकू से हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि करीब 16 से 17 बार बदमाशों ने उस पर चाकू से हमला किया। उसके बाद उसे नाले में फेंक दिया। जब तक मौके पर पुलिस पहुंचती सारे आरोपी फरार हो गये।
मदद की लगाता रहा गुहार, मूकदर्शक बने रहे लोग
बताया जा रहा है कि घटना दोपहर करीब ढाई बजे ही है। उस वक्त बाजार में काफी भीड़ थी। इस दौरान पांचों आरोपी उस पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला कर रहे थे। सईद जान बचाने के लिए लोगों से मदद मांगता रहा, लेकिन आगे बढ़कर किसी ने उसे बचाने की कोशिश नहीं की। लोग मुकदर्शक बन तमाशा देखते रहे।
लाश निकालने वाले से भी पुलिसवालों ने की मारपीट
सईद के परिजनों का आरोप है कि पुलिस वालों ने नाले से शव निकालने की कोशिश नहीं की,बल्कि जब उसके परिजनों व जान-पहचान के लोगों ने उसे नाले से बाहर निकाला तो पुलिस वालों ने उल्टा उसके साथ ही मारपीट की। यही नहीं खुद परिजनों ने ही उसे लेकर पहले ईएसआई अस्पताल गये, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।