Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Sep, 2017 09:32 PM
तीन तलाक पर सुप्रीम कोर्ट के संवैधानिक पीठ के फैसले के बाद पर्सनल लॉ बोर्ड की यह पहली मीटिंग है
लखनऊ: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड रविवार को भोपाल में कार्यकारी समिति की मीटिंग होगी। तीन तलाक पर सुप्रीम कोर्ट के संवैधानिक पीठ के फैसले के बाद पर्सनल लॉ बोर्ड की यह पहली मीटिंग है। बोर्ड की शुरू से यह राय रही है कि तीन तलाक का मसला शरीयत से जुड़ा है और सरकार या अदालत को शरीयत में दखल देने का कोई अधिकार नहीं है। एेसे में माना जा रहा है कि इस मुद्दे पर पर्सनल बोर्ड अपना रुख साफ कर सकता है। बैठक में दूसरा मुद्दा अयोध्या में राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद का विवाद है जिसमें हाल के दिनों में कुछ नए मोड़ आए हैं।
पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष डॉक्टर कल्बे सादिक ने पिछले दिनों मुंबई के एक जलसे में कहा था कि अगर मस्जिद की पैरवी करने वाले सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या की विवादित जमीन का मुकदमा जीत भी जाएं तो भी उन्हें उस जगह को मंदिर बनाने के लिए दे देना चाहिए क्योंकि आप एक प्लॉट हारेंगे लेकिन इस तरह करोड़ों दिल जीतेंगे।
इतना ही नहीं, मुकदमे में एक पक्षकार शिया वक्फ बोर्ड ने पिछले दिनों से लगातार यह मांग कर रहा है कि मुसलमान विवादित जमीन से अपना दावा वापस ले लें और उस जगह को मंदिर बनाने के लिए दे दें। बोर्ड का कहना है कि मस्जिद अयोध्या फैजाबाद में किसी दूसरी जगह पर बना ली जाए जहां मुस्लिम आबादी ज्यादा हो और लोग उसका इस्तेमाल करें।
इस बीच ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड और कुछ और मुस्लिम संगठन भी यह राय दे रहे हैं कि विवादित जमीन को मंदिर बनाने के लिए दे दिया जाए। कई मुसलमानों का मानना है कि अगर उस जगह पर मस्जिद बनाने का फैसला सुप्रीम कोर्ट दे भी दे तो भी वहां से रामलला की मूर्ति हटा करके मस्जिद बनाना मुमकिन नहीं होगा,. इसलिए सामाजिक सद्भाव और व्यवहारिकता का यही तकाजा है कि उस जगह को मंदिर के लिए छोड़ दिया जाए।
हालांकि अभी भी मस्जिद के पैरोकार कहते हैं कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है और अदालत को ही यह तय करना चाहिए कि वहां पर क्या बनेगा? उन्हें लगता है कि कुछ लोगों ने पहले तो एक बनी बनाई मस्जिद को तोड़ दिया और उसके बाद उस जगह से उन्हें बेदखल करना चाहते हैं जबकि यह कानून और संविधान विरोधी कदम है। इन नए हालात में बोर्ड बाबरी मस्जिद को लेकर के विचार-विमर्श करेगा और अपनी राय जाहिर करेगा।