Edited By ,Updated: 14 Dec, 2016 12:11 AM
सरकार के नोटबंदी के फैसले की आलोचना करने पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को आड़े हाथ लेते हुए वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू...
नई दिल्ली: सरकार के नोटबंदी के फैसले की आलोचना करने पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को आड़े हाथ लेते हुए वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने मंगलवार को आरोप लगाया कि कांग्रेसी नेताओं ने काले धन की समस्या को रोकने के लिए कुछ नहीं किया और उसके बजाय विभिन्न घोटालों के माध्यम से लूट-खसोट होने दी।
शहरी विकास मंत्री नायडू ने कहा कि मोदी ने 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों को बंद करने का फैसला लेकर ‘राजनीतिक साहस’ दिखाया है जिसमें लोगों को अस्थाई पीड़ा हो सकती है लेकिन लंबे समय का फायदा होगा। उन्होंने कहा कि यह मनमोहन सिंह, चिदंबरम और उनकी पार्टी द्वारा पैदा की गई समस्याओं की दीर्घकालिक दवा है।
नोटबंदी को ‘संगठित और वैध लूट-खसोट’ बताने के मनमोहन के आरोपों पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मनमोहनजी लूट खसोट आपके शासनकाल में हुई थी। आपने 2जी, 3जी और सीडब्ल्यूजी की लूट खसोट की अगुवाई की। कांग्रेस को प्रधानमंत्री की आलोचना करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
पूर्व प्रधानमंत्री सिंह पर ‘समांतर अर्थव्यवस्था’ को रोकने के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगाते हुए नायडू ने कहा कि मैं चिदंबरम और मनमोहन सिंह को चुनौती देता हूं कि एक ऐसा उदाहरण गिना दें जहां उन्होंने काले धन की समस्या से लडऩे की नीयत दिखाई हो। नायडू ने यह भी कहा कि सरकार कम नकदी या न्यूनतम नकदी वाली अर्थव्यवस्था की वकालत कर रही है और नकदीरहित अर्थव्यवस्था की वकालत नहीं कर रही।